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करौलीः लॉकडाउन के चलते बेहाल हुए अन्नदाता, फसल कटाई के लिए नहीं मिल रहे मजदूर

भारत में फैले कोरोना वायरस संक्रमण के चलते देश मे 14 मार्च तक के लिए लॉकडाउन के आदेश जारी किए गए हैं. इससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीर देखने को मिल रही है. कोरोना वायरस के खौफ और लॉकडाउन के चलते खेत में पकी पकाई खड़ी फसल को काटने के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं, जिससे फसल कटाई प्रभावित हो रही है.

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लॉकडाउन से अन्नदाता बेहाल
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Published : Apr 1, 2020, 3:19 PM IST

करौली. कोरोना वायरस का असर हर क्षेत्र पर पड़ता दिख रहा है. अन्नदाता भी इससे अछूता नहीं रहे हैं. कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन से किसानों की मुसीबतों में इजाफा हो गया है. किसान गेहूं की फसल कटने के लिए तैयार है, लेकिन खेत-मजदूर नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में क्षेत्र के सैकड़ों बीघा खेत में गेहूं की फसल की कटाई धीमी हो गई है. किसान फसल कटाई से लेकर जींस को मंडियों तक पहुंचाने के लिए परेशान दिखाई दे रहे हैं.

लॉकडाउन से अन्नदाता बेहाल

किसानों का कहना है कि, पहले तैयार फसलों की कटाई के लिए मजदूर मिल जाते थे. अब करोना वायरस के संक्रमण के खौफ और लॉकडाउन के कारण मजदूर खेतों में काम करने से कतराने लगे हैं. किसानों को परिवार सहित फसल कटाई करनी पड़ रही है. गेहूं और सरसों की फसल कटाई का काम पूरा होने पर है, लेकिन फसल को बेचने के लिए मंडी तक ले जाने की दिक्कत है.

पढ़ें- Reality Check : ईटीवी भारत ने देखे शेल्टर होम के हालात, बुनियादी सुविधाओं को तरस रहे लोग

घर में भंडारण के करने के लिए भी समस्या का सामना करना पड़ेगा. किसानों ने बताया कि, मौसम के खराब होने की आशंका के कारण किसान खेतों में पककर तैयार फसलों को जल्द से जल्द समेटने की तैयारी में है. ऐसे में देश में 14 मार्च तक लॉकडाउन के चलते एक तरफ मजदूर नहीं मिल रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ फसल को बेचने के लिए मंडी में ले जाने में किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

करौली. कोरोना वायरस का असर हर क्षेत्र पर पड़ता दिख रहा है. अन्नदाता भी इससे अछूता नहीं रहे हैं. कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन से किसानों की मुसीबतों में इजाफा हो गया है. किसान गेहूं की फसल कटने के लिए तैयार है, लेकिन खेत-मजदूर नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में क्षेत्र के सैकड़ों बीघा खेत में गेहूं की फसल की कटाई धीमी हो गई है. किसान फसल कटाई से लेकर जींस को मंडियों तक पहुंचाने के लिए परेशान दिखाई दे रहे हैं.

लॉकडाउन से अन्नदाता बेहाल

किसानों का कहना है कि, पहले तैयार फसलों की कटाई के लिए मजदूर मिल जाते थे. अब करोना वायरस के संक्रमण के खौफ और लॉकडाउन के कारण मजदूर खेतों में काम करने से कतराने लगे हैं. किसानों को परिवार सहित फसल कटाई करनी पड़ रही है. गेहूं और सरसों की फसल कटाई का काम पूरा होने पर है, लेकिन फसल को बेचने के लिए मंडी तक ले जाने की दिक्कत है.

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घर में भंडारण के करने के लिए भी समस्या का सामना करना पड़ेगा. किसानों ने बताया कि, मौसम के खराब होने की आशंका के कारण किसान खेतों में पककर तैयार फसलों को जल्द से जल्द समेटने की तैयारी में है. ऐसे में देश में 14 मार्च तक लॉकडाउन के चलते एक तरफ मजदूर नहीं मिल रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ फसल को बेचने के लिए मंडी में ले जाने में किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

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