करौली. स्थानीय रैन बसेरों में अब मुसाफिरों को दिक्कतें नहीं होंगी. दरअसल बीते माह ईटीवी भारत ने प्रमुखता के साथ ये खबर दिखाई थी, कि बस स्टैंड के पास नगर परिषद कार्यालय के नीचे बने दो बड़े हॉल में रैन बसेरा संचालित है.
जिसमें बाहर से आवागमन करने वाले मुसाफिर शरण लेते हैं. प्रदेश में बढ़ती ठंड को देखते हुए रैन बसेरा का हाल जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने रियलिटी चैक किया था. टीम ने बसेरों का जायजा लेकर मुसाफिरों से चर्चा की थी. जहां रैन बसेरों में पहुंचने वाले मुसाफिर व्यवस्थाओं से तो संतुष्ट नजर आए. लेकिन, पलंगों पर चादरें नहीं होने से कई मुसाफिर नाखुश नजर आए.
इस संबंध में ईटीवी भारत की ओर से खबर दिखाए जाने के बाद नगरपरिषद प्रशासन हरकत में आया और मुसाफिरों के लिए चद्दरें बिछवाई और पलंग लगवाए गए. शुक्रवार रात को जब टीम वापस रैन बसेरे पर रियलिटी चैक करने पहुंची तो नजारा कुछ और ही था.
दर्जनभर मुसाफिर अन्दर हॉल में सो रहे थे. हमारी टीम ने उनसे बातचीत की. मुसाफिरों ने बताया कि हम नगर परिषद की ओर से संचालित रैन बसेरे से अब संतुष्ट हैं. अब यहां पर उनको साफ-सुथरे रजाई-गद्दे, चद्दरें भी दिए गए हैं और सफाई का भी विशेष ध्यान रखा गया है. वहीं अब शौचालय भी साफ-सुथरे रहने लगे हैं. साथ ही सर्दी से बचाव के लिए अलाव की भी व्यवस्था की गई है. साथ ही फर्स्ट-एड-बॉक्स या अस्पताल पहुंचाने की भी व्यवस्था की हुई है.
पढ़ें: स्पेशल: जहां अपराधियों पर लगा लगाम, वहीं महिला अत्याचार का बढ़ा ग्राफ
बता दें कि रैन बसेरे के केयरटेकर दीपक शर्मा ने ईटीवी भारत का आभार जताते हुए कहा कि अब अगर कोई भी मुसाफिर चद्दरें आगे से मांगता है तो हम तत्काल उन्हें साफ चद्दर उपलब्ध करवाते है. फिलहाल, रैन बसेरे में 50 मुसाफिरों की रहने की व्यवस्था की गई है.