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खबर का असरः रैन बसेरे में पलंगों पर बिछने लगी चद्दर, मुसाफिरों को मिली संतुष्टि

करौली मे ईटीवी भारत की खबर का असर एक बार फिर देखने को मिला है. ईटीवी भारत ने शहर के रैन बसेरों में चद्दरें नहीं मिलने से नाखुश नजर आए मुसाफिरों की दिक्कत को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. जिसे लेकर नगर परिषद प्रशासन ने तत्काल मुसाफिरों के लिए चद्दरें उपलब्ध करवाई हैं.

करौली की खबर, rehabilitation centres providing neat blankets
रैन बसेरों में सुविधाओं का हुआ विस्तार, मुसाफिरों को मिली राहत
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Published : Jan 4, 2020, 6:24 AM IST

Updated : Jan 4, 2020, 7:49 AM IST

करौली. स्थानीय रैन बसेरों में अब मुसाफिरों को दिक्कतें नहीं होंगी. दरअसल बीते माह ईटीवी भारत ने प्रमुखता के साथ ये खबर दिखाई थी, कि बस स्टैंड के पास नगर परिषद कार्यालय के नीचे बने दो बड़े हॉल में रैन बसेरा संचालित है.

रैन बसेरों में सुविधाओं का हुआ विस्तार, मुसाफिरों को मिली राहत

जिसमें बाहर से आवागमन करने वाले मुसाफिर शरण लेते हैं. प्रदेश में बढ़ती ठंड को देखते हुए रैन बसेरा का हाल जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने रियलिटी चैक किया था. टीम ने बसेरों का जायजा लेकर मुसाफिरों से चर्चा की थी. जहां रैन बसेरों में पहुंचने वाले मुसाफिर व्यवस्थाओं से तो संतुष्ट नजर आए. लेकिन, पलंगों पर चादरें नहीं होने से कई मुसाफिर नाखुश नजर आए.

इस संबंध में ईटीवी भारत की ओर से खबर दिखाए जाने के बाद नगरपरिषद प्रशासन हरकत में आया और मुसाफिरों के लिए चद्दरें बिछवाई और पलंग लगवाए गए. शुक्रवार रात को जब टीम वापस रैन बसेरे पर रियलिटी चैक करने पहुंची तो नजारा कुछ और ही था.

दर्जनभर मुसाफिर अन्दर हॉल में सो रहे थे. हमारी टीम ने उनसे बातचीत की. मुसाफिरों ने बताया कि हम नगर परिषद की ओर से संचालित रैन बसेरे से अब संतुष्ट हैं. अब यहां पर उनको साफ-सुथरे रजाई-गद्दे, चद्दरें भी दिए गए हैं और सफाई का भी विशेष ध्यान रखा गया है. वहीं अब शौचालय भी साफ-सुथरे रहने लगे हैं. साथ ही सर्दी से बचाव के लिए अलाव की भी व्यवस्था की गई है. साथ ही फर्स्ट-एड-बॉक्स या अस्पताल पहुंचाने की भी व्यवस्था की हुई है.

पढ़ें: स्पेशल: जहां अपराधियों पर लगा लगाम, वहीं महिला अत्याचार का बढ़ा ग्राफ

बता दें कि रैन बसेरे के केयरटेकर दीपक शर्मा ने ईटीवी भारत का आभार जताते हुए कहा कि अब अगर कोई भी मुसाफिर चद्दरें आगे से मांगता है तो हम तत्काल उन्हें साफ चद्दर उपलब्ध करवाते है. फिलहाल, रैन बसेरे में 50 मुसाफिरों की रहने की व्यवस्था की गई है.

करौली. स्थानीय रैन बसेरों में अब मुसाफिरों को दिक्कतें नहीं होंगी. दरअसल बीते माह ईटीवी भारत ने प्रमुखता के साथ ये खबर दिखाई थी, कि बस स्टैंड के पास नगर परिषद कार्यालय के नीचे बने दो बड़े हॉल में रैन बसेरा संचालित है.

रैन बसेरों में सुविधाओं का हुआ विस्तार, मुसाफिरों को मिली राहत

जिसमें बाहर से आवागमन करने वाले मुसाफिर शरण लेते हैं. प्रदेश में बढ़ती ठंड को देखते हुए रैन बसेरा का हाल जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने रियलिटी चैक किया था. टीम ने बसेरों का जायजा लेकर मुसाफिरों से चर्चा की थी. जहां रैन बसेरों में पहुंचने वाले मुसाफिर व्यवस्थाओं से तो संतुष्ट नजर आए. लेकिन, पलंगों पर चादरें नहीं होने से कई मुसाफिर नाखुश नजर आए.

इस संबंध में ईटीवी भारत की ओर से खबर दिखाए जाने के बाद नगरपरिषद प्रशासन हरकत में आया और मुसाफिरों के लिए चद्दरें बिछवाई और पलंग लगवाए गए. शुक्रवार रात को जब टीम वापस रैन बसेरे पर रियलिटी चैक करने पहुंची तो नजारा कुछ और ही था.

दर्जनभर मुसाफिर अन्दर हॉल में सो रहे थे. हमारी टीम ने उनसे बातचीत की. मुसाफिरों ने बताया कि हम नगर परिषद की ओर से संचालित रैन बसेरे से अब संतुष्ट हैं. अब यहां पर उनको साफ-सुथरे रजाई-गद्दे, चद्दरें भी दिए गए हैं और सफाई का भी विशेष ध्यान रखा गया है. वहीं अब शौचालय भी साफ-सुथरे रहने लगे हैं. साथ ही सर्दी से बचाव के लिए अलाव की भी व्यवस्था की गई है. साथ ही फर्स्ट-एड-बॉक्स या अस्पताल पहुंचाने की भी व्यवस्था की हुई है.

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बता दें कि रैन बसेरे के केयरटेकर दीपक शर्मा ने ईटीवी भारत का आभार जताते हुए कहा कि अब अगर कोई भी मुसाफिर चद्दरें आगे से मांगता है तो हम तत्काल उन्हें साफ चद्दर उपलब्ध करवाते है. फिलहाल, रैन बसेरे में 50 मुसाफिरों की रहने की व्यवस्था की गई है.

Intro:करौली मे ईटीवी भारत की खबर का असर एक बार फिर देखने को मिला है.ईटीवी भारत ने शहर के रैन बसेरा पर चद्दरें ना मिले से नाखुश नजर आए मुसाफिरों.की प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी.जिसको लेकर नगर परिषद प्रशासन ने तत्काल मुसाफिरों के लिए चद्दरे उपलब्ध करवाई है.


Body:साधना पान्डेय

खबर का असरःरैन बसेरा मे पंलगो पर बिछने लगी चद्दर, सतुष्ट नजर आये मुसाफिर,

करौली

करौली मे ईटीवी भारत की खबर का असर एक बार फिर देखने को मिला.ईटीवी भारत ने प्रमुखता के साथ बीते माह बस स्टैंड के पास नगर परिषद कार्यालय के नीचे बने दो बड़े हॉल में रैन बसेरा संचालित है. इस रैन बसेरे में बाहर से आवागमन करने वाले मुसाफिर शरण लेते हैं. प्रदेश में बढ़ती ठंड को देखते हुए रैन बसेरा का हाल जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने रियलिटी चेक किया. टीम ने बसेरों का जायजा लेकर मुसाफिरों से चर्चा की. जहां रैन बसेरों में पहुंचने वाले मुसाफिर व्यवस्थाओं से तो संतुष्ट नजर आए.लेकिन पंलगो पर चादरें नही होने से कई मुसाफिर नाखुश भी नजर आए. खबर प्रकाशित होने के बाद नगरपरिषद प्रशासन हरकत मे आया.और मुसाफिरों के लिए चद्दरें पंलगो पर बिछवाई गई है.शुक्रवार रात को जब ईटीवी भारत की टीम वापस रैन बसेरे पर रियलिटी चैक करने पहुंची तो पहले की भातीं कई मुसाफिर अलाव पर ताबते हुए बातो मे मशगूल थे.और दर्जनभर मुसाफिर अन्दर हाल मे सो रहे थे.जब टीम ने उनसे हकीकत जाना तो कोटा मध्यप्रदेश सहित बाहर के मुसाफिरों ने बताया की हम नगर परिषद की ओर से संचालित रैन बसेरे से संतुष्ट हैं. यहां पर उनको साफ-सुथरे रजाई-गद्दे,चद्दरें भी दी गई हैं.साफ का भी ध्यान रखा गया है. वहीं शौचालयों भी साफ है, साथ ही सर्दी से बचने के लिए अलाव की भी व्यवस्था की हुई है. पीने के लिए कैंपर का पानी मंगवाया जाता है. वहीं ये भी बताया गया कि अगर करौली के रैन बसेरों में कोई बीमार भी हो जाता है तो फर्स्ट बॉक्स या अस्पताल पहुंचाने की भी व्यवस्था की हुई है.खास बात यह रही की अतेवा गाव निवासी मुसाफिर जो पहले चद्दर नही मिलने से अच्छा महसूस नही कर रहा था.वह मुसाफिर भी आज चद्दर मिलने से रैन बसेरे की माकुल व्यवस्थाओं से सतुष्ट नजर आया.

रैन बसेरे के केयरटेकर दीपक शर्मा ने ईटीवी भारत को धन्यवाद देते हुए कहा की. अब मुसाफिर चद्दरें आगे से मागते है.और हम तत्काल इनको साफ चद्दर उपलब्ध करवाते है. रैन बसेरे में 50 मुसाफिरों की रहने की व्यवस्था की हुई है.


वाईट------मुसाफिर,

वाईट---------दीपक शर्मा केयर टेकर,


Conclusion:
Last Updated : Jan 4, 2020, 7:49 AM IST
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