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करौली: कोरोना संकट के बीच विकास अधिकारी ने बढ़ाए मदद के हाथ, महिलाओं को बांटे सेनेटरी पैड - Sanitary pad distribution in karauli

कोरोना संकट की घड़ी में करौली की विकास अधिकारी ने दुर्गम इलाकों में रहने वाली जरूरतमंद महिलाओं की पीड़ा समझते हुए मदद को हाथ बढ़ाए है. विकास अधिकारी ने महिलाओं को मुफ्त में सेनेटरी पैड मुहैया कराने का अभियान शुरू किया है. इस अभियान के तहत सोमवार को करौली ब्लॉक के डॉग इलाकों सहित झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाली महिलाओं को सेनेटरी पैड बांटे गए.

विकास अधिकारी ने बांटे सैनिटरी पैड, करौली में सैनिटरी पैड वितरण, Sanitary pad distribution in karauli, Development officer distributed sanitary pads
विकास अधिकारी ने बांटे सैनिटरी पैड
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Published : May 4, 2020, 8:44 PM IST

करौली. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण देशभर में लॉकडाउन है. इस दौरान अधिकांश दुकानें एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद है.जिसके चलते कई लोगों को आवश्यक सामग्री के लिए जूझना पड़ रहा है. खाद्य पदार्थों के साथ साथ महिलाओं को सेनेटरी पैड के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है.

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विकास अधिकारी ने बांटे सेनेटरी पैड

इस मुश्किल की घड़ी में करौली पंचायत समिति की विकास अधिकारी नीरज शर्मा ने महिलाओं की पीड़ा समझते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, आदि के सहयोग से गरीब और जरूरतमंद महिलाओं के लिए मदद को हाथ बढ़ाया है. विकास अधिकारी कोरोना संकट में शहर की झुग्गी-झोपड़ियों और दुर्गम डांग क्षेत्र के इलाकों में रहने वाली गरीब महिलाओं को मुफ्त में सेनेटरी पैड मुहैया कराने का अभियान शुरू किया है. करौली ब्लॉक के डॉग क्षेत्र जमूरा गांव से सोमवार को सेनेटरी नैपकिन वितरण कार्यक्रम अभियान का शुभारंभ किया.

ये पढ़ें: राजस्थान सरकार करेगी प्रवासियों के रेल किराया का भुगतान, CM गहलोत ने TWEET कर दी जानकारी

विकास अधिकारी नीरज शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान करौली ब्लॉक के डांग इलाकों सहित झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाली गरीब जरूरतमंद 14 से से 50 साल तक की महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन मुफ्त में बांटे जा रहे हैं. 200 पैकेट सेनेटरी नैपकिन के बांट कर अभियान का शुभारंभ किया गया है. यह अभियान निरंतर जारी रहेगा. चिकित्सा एवं शिक्षा विभाग और अन्य लोगों के सहयोग से सैनिटरी नैपकिन पैकेट खरीद कर इन महिलाओं को उपलब्ध करवाए जाएंगे.

ये पढ़ें: Corona से मौत के बाद शव से परिजनों ने बनाई दूरी, प्रशासन को करना पड़ा अंतिम संस्कार

नीरज शर्मा ने कहा कि मैंने महसूस किया कि लॉकडाउन के दौरान डांग इलाकों में रहने वाली महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन खरीदने में परेशानी आ रही होगी. वहीं शहर से दूर रहने के कारण यहां की महिलाओं को मजबूरन पुराने असुरक्षित साधनों का इस्तेमाल करना पड़ रहा था. हम नहीं चाहते कि वे महामारी के दौरान सेनेटरी पैड की जगह इन्फेक्शन करने वाले गंदे कपड़े का इस्तेमाल करें.

करौली. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण देशभर में लॉकडाउन है. इस दौरान अधिकांश दुकानें एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद है.जिसके चलते कई लोगों को आवश्यक सामग्री के लिए जूझना पड़ रहा है. खाद्य पदार्थों के साथ साथ महिलाओं को सेनेटरी पैड के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है.

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विकास अधिकारी ने बांटे सेनेटरी पैड

इस मुश्किल की घड़ी में करौली पंचायत समिति की विकास अधिकारी नीरज शर्मा ने महिलाओं की पीड़ा समझते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, आदि के सहयोग से गरीब और जरूरतमंद महिलाओं के लिए मदद को हाथ बढ़ाया है. विकास अधिकारी कोरोना संकट में शहर की झुग्गी-झोपड़ियों और दुर्गम डांग क्षेत्र के इलाकों में रहने वाली गरीब महिलाओं को मुफ्त में सेनेटरी पैड मुहैया कराने का अभियान शुरू किया है. करौली ब्लॉक के डॉग क्षेत्र जमूरा गांव से सोमवार को सेनेटरी नैपकिन वितरण कार्यक्रम अभियान का शुभारंभ किया.

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विकास अधिकारी नीरज शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान करौली ब्लॉक के डांग इलाकों सहित झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाली गरीब जरूरतमंद 14 से से 50 साल तक की महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन मुफ्त में बांटे जा रहे हैं. 200 पैकेट सेनेटरी नैपकिन के बांट कर अभियान का शुभारंभ किया गया है. यह अभियान निरंतर जारी रहेगा. चिकित्सा एवं शिक्षा विभाग और अन्य लोगों के सहयोग से सैनिटरी नैपकिन पैकेट खरीद कर इन महिलाओं को उपलब्ध करवाए जाएंगे.

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नीरज शर्मा ने कहा कि मैंने महसूस किया कि लॉकडाउन के दौरान डांग इलाकों में रहने वाली महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन खरीदने में परेशानी आ रही होगी. वहीं शहर से दूर रहने के कारण यहां की महिलाओं को मजबूरन पुराने असुरक्षित साधनों का इस्तेमाल करना पड़ रहा था. हम नहीं चाहते कि वे महामारी के दौरान सेनेटरी पैड की जगह इन्फेक्शन करने वाले गंदे कपड़े का इस्तेमाल करें.

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