करौली. पूर्वी राजस्थान में आतंक का पर्याय बने कुख्यात डकैत रामलखन गुर्जर और उसके गैंग के तीन सदस्यों को करौली एसपी प्रीति चंद्रा के निर्देशन में पुलिस की स्पेशल टीम ने कार्रवाई करते हुए मंगलवार को सुरौठ के फल्लूपुरा के जंगलों से गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तार करने के बाद करौली पुलिस ने नया खुलासा किया है कि रामलखन गुर्जर राज्य स्तरीय नहीं, बल्कि अंतरराज्यीय कुख्यात डकैत था. जिस पर कुल 55 हजार रुपये का इनाम घोषित था. डकैत रामलखन पर राजस्थान के अलावा उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में भी इनाम घोषित था. एसपी प्रीति चंद्रा ने बताया कि डकैत रामलखन गुर्जर को गिरफ्तार करने की खबर प्रसारित हुई तो कई जगहों की पुलिस से जानकारी मिली है कि रामलखन पर उनके इलाको में भी इनाम घोषित था. एसपी ने बताया कि डकैत रामलखन गुर्जर पर अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस (सीआईडीसीवी) राजस्थान जयपुर की ओर से बीस हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था.
जबकि अन्य राज्यो व जिलों से मिली सूचना के आधार पर डकैत रामलखन गुर्जर की गिरफ्तारी पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आगरा उत्तर प्रदेश की ओर से पंद्रह हजार रुपए पुलिस अधीक्षक मुरैना मध्यप्रदेश की ओर से दस हजार रुपए, पुलिस अधीक्षक भरतपुर की ओर से पांच हजार रुपये एवं पुलिस अधीक्षक धौलपुर की ओर से पांच हजार रुपये का इनाम घोषित था. सबको मिलाकर डकैत रामलखन गुर्जर पर 55 हजार रुपए का इनाम घोषित था. जिसे करौली जिले की स्पेशल पुलिस टीम ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. रामलखन से करौली पुलिस ने एक सेमी ऑटोमेटिक राइफल 306 बोर, एक पचफेरा और 100 कारतूस भी बरामद किए हैं.