करौली. जिले के मंडरायल उपखंड मुख्यालय से होकर गुजर रही चंबल नदी में बहे 7 पदयात्रियों में से अब तक 6 शवों को बरामद कर लिया गया था. इस रविवार को तीन पदयात्रियों के शवों को एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस टीम की मदद से प्रशासन ने बरामद कर लिया था. अभी एक पदयात्री लापता हैं, जिसकी तलाश जारी है. रविवार को देर शाम तक रेस्क्यू अभियान के बाद आज सुबह फिर से चंबल में अभियान चलाया जा रहा है.
मंडरायल तहसीलदार महेंद्र गुप्ता ने बताया कि शनिवार को मध्यप्रदेश के शिवपुरी निवासी 17 पदयात्रियों का दल कैलादेवी माता के मेले में दर्शन करने आ रहा था. इस दौरान मंडरायल के रोधई राणी घाट से होकर जत्था गुजर रहा था, तभी अचानक पानी के तेज बहाव में पदयात्रियों का दल बह गया. आसपास के मौजूद ग्रामीणों ने यात्रियों की चिल्लाहट सुनकर मौके पर पहुंचे और 10 यात्रियों को बचा लिया. लेकिन 7 पदयात्री चंबल नदी में बह गए.
इसे भी पढ़ें - MP से कैला देवी दर्शन के लिए जा रहे 17 श्रद्धालु चंबल में बहे, 2 शव बरामद, 5 लापता
आज सुबह एक और शव मिला
घटना की सूचना मिलने के बाद करौली जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक नारायण टोंगस सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे. इसके बाद रेस्क्यू अभियान चलाया गया. इस अभियान के तहत शनिवार को दो शव बरामद कर लिए गए थे. जबकि रविवार को तीन शव बरामद किए गए थे. सभी शवों को मध्यप्रदेश प्रशासन ने बरामद किए थे. इसके अलावा एक शव सोमवार को शुरू हुए रेस्क्यू अभियान में भी बरामद किया गया है. बृजमोहन नाम के युवक का शव बरामद किया गया है. जबकि लवकुश नाम के एक लापता बालक की तलाश की जा रही है. तहसीलदार ने बताया की घायल सभी 10 यात्रियों को मंडरायल सीएचसी मे भर्ती किया गया, जहां उन्हें उपचार दिया गया.
इन लोगों के अबतक मिले शवः जानकारी के अनुसार 7 लोगों में से अब तक 6 लोगों के शव प्रशासन ने बरामद कर लिए हैं. शनिवार को प्रशासन ने देवकीनंदन और कल्लू देवी का शव बरामद किया था. रविवार को एनडीआरएफ, सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ टीम की मदद से महिला रुकमणी देवी पत्नी दीपक कुशवाहा, अनूपबाई पत्नी देवकीनंदन और रश्मि पत्नी सुनील कुशवाहा का शव बरामद किया है, जबकि सोमवार को बृजमोहन नाम के युवक का शव बरामद किया गया है. एक लवकुश नाम का बालक अभ तक लापता है.
पंचायती मंत्री रमेश मीणा ने हादसे पर जताया दुख - घटना की सूचना मिलने के बाद ग्रामीण विकास एव पंचायती राज मंत्री ने घटना को लेकर दुख जाहिर किया. उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों से फोन पर वार्ता कर घटना की जानकारी ली और अविलंब राहत और बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए.