करौली. मंडरायल उपखंड अन्तर्गत रानीपुरा गांव निवासी सैनिक योगेंद्र सिंह की एक धार्मिक यात्रा के दौरान सोमवार को कंरट लगने से मौत हो गई थी, जिसके बाद मंगलवार को सैन्य सम्मान के साथ उनको अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान पूरा गांव मौजूद रहा.
दरअसल, सोमवार को मध्यप्रदेश स्थित अटार वाले ठाकुर बाबा की पदयात्रा में जाते समय सैनिक योगेंद्र सिंह की कंरट लगने से मौत हो गई थी. इसके बाद मंगलवार को मंडरायल श्मशान घाट पर सैन्य सम्मान के साथ सैनिक का अंतिम संस्कार किया गया. सैनिक की अंतिम यात्रा में करौली-धौलपुर सांसद डॉ. मनोज राजोरिया, सपोटरा विधायक हंसराज मीना, पुलिस प्रशासन के अधिकारी और बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे. अंतिम यात्रा के दौरान ग्रामीणों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा किया.
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अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग हाथों में तिरंगा लिए शामिल हुए. इस दौरान ग्रामीणों ने योगेंद्र के अमर रहने के नारे लगाए. साथ ही भारत माता की जय, वंदे मातरम जैसे गगनभेदी नारे भी लगाए. अंत्येष्टि स्थल पर पहुंचने पर सेना के जवानों ने सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी. योगेंद्र सिंह के अंतिम संस्कार से पहले गांव रानीपुरा से 5 किलोमीटर तक अंतिम यात्रा निकाली गई.
बता दें कि सैनिक योगेंद्र सिंह करीब 9 वर्ष पहले फौज में शामिल हुए थे. फिलहाल वो दिल्ली में रक्षा मंत्रालय में तैनात थे और छुट्टी पर घर आए हुए थे. डेढ़ साल पहले ही उनकी शादी हुई थी. उन्हें तीन माह की बेटी है. इसके अलावा सैनिक के पिता फौज से रिटायर्ड हैं. योगेंद्र के दो भाई और एक बहन है, जिनमें वो सबसे छोटे थे.