करौली. करौली में गुरुवार को किसान आंदोलन के समर्थन में सर्व समाज के लोगों ने कृषि कानूनों के विरोध में धरना प्रदर्शन किया. जिला कलेक्ट्रेट के सामने धरना देते हुए लोगों ने कृषि कानून बिल को वापस लेने की मांग के साथ केन्द्र सरकार का विरोध जताया. धरना प्रदर्शन के बाद लोगों ने राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा. तीनों कृषि बिल को वापस लेने की मांग के साथ दिल्ली कूच करने की भी चेतावनी दी.
सर्व समाज के लोगों ने बताया कि किसान, मजदूर, छात्र, नौजवान और बुद्धिजीवी कलाकार वर्ग के लोग भारत सरकार की ओर से देश पर थोपे गए तीनों काले कृषि कानून का विरोध करते हैं. यह तीनों काले कृषि कानून किसानों की बर्बादी और देश के आमजन के जीवन यापन को संकट में डालने वाले हैं. लोगों ने बताया कि यह कानून विदेशी आर्थिक शक्तियों और कॉर्पोरेट समूह के हित को साधने वाले हैं.
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यह कानून सही मायने में देश के जनगण के विरोध में हैं. सर्व समाज के लोगों ने जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. लोगों ने तीनों देश विरोधी कानून को वापस लेने की मांग की. लोगों ने मांग पूरी नहीं होने पर किसानों के समर्थन में दिल्ली कूच करने की चेतावनी दी. इस दौरान मां भूमि किसान यूनियन, जन अधिकार मंच, सयुंक्त किसान संघर्ष समिति, डॉक्टर अंबेडकर स्टूडेंट फ्रंट ऑफ इंडिया के पदाधिकारी, कार्यकर्ता सहित अन्य लोग मौजूद रहे.
केन्द्र सरकार की ओर से पारित तीन कृषि बिलों को लेकर किसान दो माह से आदोंलन कर रहे हैं. वहीं किसानों के समर्थन में जिले के लोग भी एकजुट होते हुए नजर आ रहे. विभिन्न सामाजिक संगठनों और सर्व समाज के लोगों की ओर से किसानों के विरोध में प्रदर्शन कर सरकार के प्रति विरोध जाहिर किया जा रहा है. साथ ही राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर कृषि बिलो को निरस्त करने की मांग की.