ओसियां (जोधपुर). कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिए एक ओर जहां पूरे देश व प्रदेश में केन्द्र और राज्य सरकार द्बारा 21 दिन का लॉकडाउन घोषित है, वहीं इस बीमारी पर अंकुश पाने के लिये चिकित्साकर्मी दिन रात प्रयासरत है.
दूसरी तरफ जोधपुर जिले के ओसियां कस्बे में एंटी कोराना हैल्पिंग हैन्ड वाट्सएप ग्रुप के सदस्यों ने मिलकर अस्पताल प्रशासन के निर्देश पर देशी जुगाड़ के से 20 हजार रूपए कि लागत से जिले कि पहली सेनेटाइजर मशीन का निर्माण किया है.
ऐसे काम करती है ये मशीन
बता दें कि 5 फीट चौड़ी और 8 फीट लम्बी दोनों तरफ से प्लास्टिक कवर से युक्त इस मशीन के अन्दर हाइपोक्लोराइड युक्त पानी के लगे 12 फव्वारे महज पांच सैकेड़ के अन्दर अस्पताल में आने वाले डॉक्टर, नर्सिंग स्टॉफ और मरीजों के पूरे शरीर को सैनिटाइज कर सकती है.
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गौरतलब है कि एंटी कोराना हैल्पिंग हैन्ड वाट्सएप ग्रुप समूह के सदस्य ओमप्रकाश चांडक, नंदकिशोर ओझा, नारायणसिंह राजपुरोहित, मोतीलाल सुथार, पंकज चांडक,विक्रम शर्मा, रवि सोनी और पुखराज मोची ने अपने तकनीकी दिमाग को दौड़ा कर मशीन का ब्लूप्रिंट तैयार कर काम शुरू कर दिया. लॉकडाउन की वजह से सभी दुकानें बंद होने के कारण सभी सदस्योंं ने ऐसी दुकानें ढूंढ निकली जो या तो सदस्यों की स्वयं की थी या जो दुकान घर मेंं ही थी, समूह के सभी सदस्यों ने आपस में मिलकर मशीन के निर्माण के लिये नोजल, मोटर, टंकी, लोहे के पाइप, तार, फाइबर सीट, मेट, परदे आदि पाटर्स और बेल्डिंग मशीन लेकर आये. अस्पताल प्रशासन के निर्देश पर सेनेटाइजर मशीन का निर्माण किया.
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इस दौरान उपखण्ड अधिकारी रतनलाल रेगर, तहसीलदार रामेश्वर छाबा, आदि ने समूह सदस्यों के बनाए इस मशीन का जायजा लेकर समूह के सदस्यों के प्रयासों की भूरपूर प्रशंसा की. इस टीम में देवीसिंह राजपुरोहित, सुनील ओझा, रोहित सोनी, बजरंग चांडक, मुकेश गिलड़ा, राधेश्याम खत्री, हरिकिशन सारण, प्रतापराम बेरड़ जोगसिंह राजपुरोहित, पवन मेघवाल, पदमसिंह ओसियां मार्ट, रूपेश ओझा आदि सदस्यों का भी भरपूर सहयोग रहा.