जोधपुर. राज्य सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों के पुनर्सीमांकन करने के बाद कई जगह से ग्रामीणों द्वारा आपत्तियां देखने को मिली है. जिसे लेकर पंचायत समिति तिंवरी के राजस्व ग्राम बिजोलिया बावड़ी और ग्राम पंचायत गगाड़ी को ग्राम पंचायत जेलू में जोड़ने के प्रस्ताव के बाद सैकड़ों ग्रामीण जोधपुर जिला कलेक्टर को आपत्ति दर्ज करवाने पहुंचे.
ग्रामीणों ने बताया कि उनकी भावनाओं के खिलाफ और बिना सहमति के गांव का पुनर्सीमांकन किया गया है. जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं. गगाड़ी गांव की सरपंच सुमन चौधरी ने बताया कि जेलु ग्राम जाने के लिए बावड़ी से सीधी कोई सार्वजनिक सरकारी और गैर सरकारी परिवहन सेवा उपलब्ध नही है. साथ ही जेलु और गगाड़ी के बीच दूरी भी काफी है. बिजारिया बावड़ी की आबादी में अधिक्तम जाट बहुमूल्य के लोग निवास करते है. और जेलु ग्राम राजपूत बाहुल्य क्षेत्र है.
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कई साल पहले जातिगत टकराव की वजह से बिजोलिया बावड़ी के लोगो ने संकल्प लेकर जेलु ग्राम का त्याग कर दिया था. और वर्तमान में एक भी जाट जेलु ग्राम में निवासी नही करते है. गगाड़ी का जेलु ग्राम पंचायत में पुनर्सीमांकन करने पर उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंच रही है. जिसके चलते ग्रामीणों द्वारा आपत्ति दर्ज करवाई गई है. अगर समय रहते गगाड़ी गांव को जेलू गांव से अलग नहीं किया गया तो ग्रामीणों द्वारा भारी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. जिसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी.