जोधपुर. शहर में चुनाव की चर्चा जोरों पर है. खास तौर से भीतरी शहर के गली-नुक्कड़ पर चुनाव के संभावित प्रत्याशी व परिणामों को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. वहीं, इन चर्चाओं में क्षेत्र की सियासी स्थिति भी कमोबेश साफ हो रही है. साथ ही नवचौकियां की हथाई पर तो बाकायाद गुरुवार से चुनावी चर्चा के बिंदु तक प्रदर्शित कर चर्चा की जा रही है. गुरुवार को यहां लगे बोर्ड ने सबको हैरान कर दिया, जिसमें जोधपुर की तीनों विधानसभा सीटें सूरसागर, सरदारपुरा और जोधपुर शहर की मौजूदा स्थिति को बता कर हथाईबाज अपनी बात रखते दिखे.
नवचौकिया निवासी रमेश पुरोहित का कहना है कि हम हर दिन नए बिंदुओं पर चर्चा कर रहे हैं. गौर हो कि हथाइयों पर होने वाली चर्चाओं में शहर के लोगों की राय जानी जाती है और इस पर सियासी पार्टियों की भी नजर भी होती है. खैर, इन चर्चाओं का आगामी विधानसभा चुनाव में क्या असर होगा तो वक्त ही बताएगा.
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गज्जू शहर में आए तो सामने होगा पुष्करणा - नवचौकिया हथाई पर चर्चा हुई कि अगर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत जोधपुर शहर से चुनाव लड़ते हैं, उनके सामने मैदान में कोई पुष्करणा प्रत्याशी उतरेगा. यानी की हथाईबाज मान रहे हैं कि कांग्रेस किसी ब्राह्मण को टिकट देगी. वहीं, जोधपुर शहर व सूरसागर दोनों सीटों पर ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या अधिक है. ऐसे में इशारों-इशारों में यह भी कहा जा रहा है कि शेखावत का यहां कोई हक ही नहीं बनता है.
सूरसागर में बदलेंगे समीकरण - हथाईबाजों की दूसरी चर्चा सूरसागर विधानसभा को लेकर हुई, जिसमें कहा गया कि सूरसागर में दोनों पार्टियां जातीय समीकरण बदलने में लगी हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि यहां चार बार से चुनाव हारी कांग्रेस इस बार अल्पसंख्यक की जगह किसी और को मैदान में उतार सकती है. जबकि भाजपा पुष्करणा ब्राह्मण को टिकट देती है. ऐसे में इस बार किसी अन्य ब्राह्मण को मैदान में उतार सकती है.
सीएम गहलोत के सामने कोई नहीं - हथाईबाजों का कहना है कि मुख्यमंत्री अशेाक गहलोत को चुनौती सिर्फ केंद्रीय मंत्री शेखावत ही दे सकते हैं, लेकिन वे सरदारपुरा जाना नहीं चाहते हैं. ऐसी स्थिति में भाजपा के पास कोई दूसरे विकल्प फिलहाल नजर नहीं आ रहा है, जो सीएम गहलोत के खिलाफ मैदान में ताल ठोक सके. वहीं, शेखावत किसी सेफ सीट से चुनाव लड़ने की चक्कर में है.