जोधपुर. खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय की दो दिवसीय 20 व 21 अप्रैल को काजरी जोधपुर में मिलेट्स फेयर कम प्रदर्शनी की शुरुआत गुरुवार से हुई. उद्धघाटन सत्र में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के सेक्रेटरी जनरल भरत पटेल, नॉलेज कॉमर्स ऑफ चेंबर के निदेशक अमित जोशी, काजरी जोधपुर के निदेशक ओपी यादव, जोधपुर महापौर वनिता सेठ ने दीप प्रज्वलित कर इस सम्मेलन का शुभारंभ किया.
इस मिलेट्स सम्मेलन में जोधपुर के आसपास के गांव से 300 से अधिक किसान भी सम्मिलित हुए. इस दो दिवसीय सम्मेलन में मोटे अनाज को प्रोत्साहित करने और उनसे जुड़े उद्योगों को बढ़ावा देने के ऊपर विचार-विमर्श किया जाएगा. साथ ही ऐसे उद्योग जिन्होंने मिलेट्स इंडस्ट्री में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, उनकी सक्सेस स्टोरी को सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को बताया जाएगा.
इस फेयर में प्रदर्शनी के अलावा विभिन्न बाजरा आधारित उत्पादों के साथ-साथ राजस्थान की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करने वाले स्थानीय समूहों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ प्रसंस्करण मशीनरी का प्रदर्शन भी किया गया है. साथ ही कई निजी लघु उद्योग जो मिलेट्स के उत्पाद बना रहे हैं, उनकी प्रदर्शनी भी लगाई गई है. गौरतलब है कि भारत सरकार के अनुरोध पर संयुक्त राष्ट्र संघ में 2023 को मिलेट वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है. इसके तहत देश में मोटे अनाज को प्रचारित व प्रसारित करने के लिए आयोजन किए जा रहे हैं.
बाजरे के उत्पाद बने आकर्षण : प्रदर्शनी में बाजरे के उत्पाद आकर्षण बने हुए हैं. इसके अलावा अन्य मोटे अनाज से बने खाद्य पदार्थ जैसे चिप्स, कुरकुरे, वेफर, बिस्किट, नमकीन, रोस्टेड आइटम शामिल हैं. काजरी में मोटे अनाज के उत्पाद निर्माण के लिए प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है.