फलोदी (जोधपुर). फलोदी किले की बुर्ज की नींव में पानी का रिसाव और दलदल बुर्ज की निर्माणाधीन दीवार ढ़हने का मुख्य कारण रहा. पुरातत्व विभाग की फलोदी पहुंची 5 सदस्यीय टीम बुर्ज की नींव की खुदाई करवाने के बाद प्रथम दृष्टया इस निष्कर्ष पर पहुंची है. किले के जीर्णोंद्धार का काम चल रहा है. 14 फरवरी को किले के बुर्ज की निर्माणाधीन दीवार दोपहर करीब ढ़ाई बजे अचानक भरभरा कर गिर गई. उससे कुछ देर पूर्व ही दीवार बनाने के लिए बनी अडान से श्रमिक उतर कर खाना खाने गए थे वरना जान माल का भी नुकसान हो सकता था. बुर्ज की निर्माणाधीन दीवार अचानक क्यों गिरी, इसकी जांच करने के लिए आज 5 सदस्यीय टीम फलोदी पहुंची.
टीम में पुरातत्व विभाग के जोधपुर सुपरिंटेंडेंट इमरान अली और कार्यालय सहायक शरद बिस्सा, जयपुर से सहायक अभियंता वीरेन्द्र जैन, सुभाष शर्मा और अनिल मित्तल फलोदी पहुंचे. टीम ने किले के अंदर चल रहे निर्माण कार्यों का भी अवलोकन किया. यहां पर नगरपालिका के नेता प्रतिपक्ष रमेश थानवी, सामाजिक कार्यकर्ता राजेश बोहरा आदि ने निर्माण में बरती जा रही अनियमितताओं के बारे में बताया और कुछ सुझाव भी दिए.
तीन बजे जेसीबी लगाकर बुर्ज की दीवार ढहने से गिरे पत्थर हटाने का कार्य प्रारंभ हुआ. करीब चार बजे पत्थर हटाने के बाद खुदाई शुरू की गई, थोड़ी खुदाई के बाद ही नींव से दलदली मिट्टी निकलने लगी और उसको हटाते ही पानी निकलना प्रारंभ हो गया. जिसके बाद खुदाई का काम बंद कर दिया गया.
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विभागीय अधिकारी प्रथम दृष्टया इस अनुमान पर पहुंचे हैं कि पुरानी नींव के ऊपर ही नई दीवार की चिनाई शुरू कर दी गई. जब आधी से अधिक दीवार उठ गई तो नींव नीचे बैठ गई और दीवार नीचे आ गिरी. पुरातत्व विभाग के सुपरिंटेंडेंट इमरान अली ने बताया कि रिपोर्ट सरकार को पेश की जाएगी जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. नई दीवार किस प्रकार बनेगी इसका निर्णय भी विचार विमर्श के बाद किया जाएगा.