जोधपुर/नागौर. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे रात्रि विश्राम के बाद गुरुवार सुबह नागौर के लिए रवाना हो गई. राजे खरनाल स्थित वीर तेजाजी मंदिर में दर्शन करने पहुंचीं. इससे पहले हाईवे के एक ढाबे पर कांग्रेस नेता सिद्धार्थ सिंह चौधरी ने खींवसर के आरएलपी उप प्रधान रामसिंह बागड़िया से राजे को माला पहनवा दी. बागड़िया ने इशारों ही इशारों में बीजेपी ज्वाइंन करने के संकेत दे दिए. इससे आने वाले समय में खींवसर की राजनीतिक के मायने बदल सकते हैं.
इस दौरान बागड़िया ने कहा कि वे कॉलेज समय से पीएम मोदी के समर्थक रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे जनता के हित में पार्टी के मायने को ऊपर मानते है, ऐसे में बीजेपी ज्वाइंन करने के संकेत दिए. आरएलपी के उप प्रधान का बीजेपी में जाने के संकेत से नागौर सांसद और आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल के गढ़ में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की सेंध मानी जा सकती है. राजे का नागड़ी गांव के हाईवे पर बने मंडा पेट्रोल पंप पर इससे पहले भव्य स्वागत किया गया. इस दौरान राजे ने कहा कि मुझे लगा नागौर में भीड़ नहीं होगी, लेकिन यहां तो आपने पूरा इंतजाम कर दिया, इसलिए सभी को धन्यवाद दिया. इस गर्मी में जहां पुरुष बाहर नहीं निकलते है वहां महिलाएं बाहर निकलीं हैं, उनका भी स्वागत है. तेजाजी दर्शन करने के बाद राजे कालवी गांव पहुंचीं, यहां लोकेंद्र सिंह कालवी को श्रृद्धांजलि दी.
सुरक्षा के कड़े इंतजामः बेनीवाल का गढ़ होने के चलते खरनाल में पुलिस के पुख्ता इंतजाम रहे. ये जगहाजिर है कि बेनीवाल वसुंधरा राजे को लेकर लगातार बयानबाजी करते रहते हैं, ऐसे में राजे के दौरे के दौरान पुलिस के आला अधिकारियों सहित जवान तैनात रहे.
बेनीवाल का आरोप, 15 साल बाद तेजाजी याद आएः नागौर सांसद का आरोप है कि सीएम अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे का पुराना गठजोड़ है. 15 साल बाद राजे को तेजाजी याद आए हैं, लेकिन यहां कि जनता उनके बहकावे में नहीं आएगी. तेजाजी को भूलने वाली राजे आज यहां की जनता को साधने में लगी हैं, लेकिन ऐसा होगा नहीं. उन्होंने कहा कि राजे ने साल 2008 में 11 लाख रुपए की घोषणा की थी, वो तो वे भूल ही गई. जब जनाधार खिसकने लगा तो उन्हें खरनाल याद आया, लेकिन जनता इसका हिसाब देगी.
राजे का जवाब, मंदिर के लिए 21 लाख दिएः बेनीवाल के तंज के बाद नागौर के खरनाल स्थित तेजाजी मंदिर पहुंचीं वसुंधरा राजे ने करारा जवाब देते हुए मंदिर ट्रस्ट को 11 लाख की बजाए 21 लाख रुपए दिए. साथ ही कहा कि मंदिर का विकास प्राथमिक है. उन्होंने कहा कि जो वादा करती हूं वो कभी भूलती नहीं, नागौर में पानी का संकट था हिमालय का पानी सबसे पहले मैंने ही पिलाया था. वहीं, युनुस खान ने भी एक लाख रुपए दिए.
जोधपुर में समर्थक पहुंचेः सुबह जोधपुर सर्किट हाउस में राजे से मिलने के लिए बड़ी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता, पूर्व विधायक पूर्व मंत्री पहुंचे. हालांकि, राजे ने किसी से वन टू वन मुलाकात नहीं की, सिर्फ पूर्व विधायक बाबू सिंह राठौड़ के साथ कुछ देर बात की और उसके बाद करीब 9:30 बजे सर्किट हाउस से निकल गईं. उनके काफिले में बड़ी संख्या में समर्थकों की भी गाड़ियां रवाना हुई. बता दें कि बुधवार रात करीब 9:00 बजे राजे आबू रोड से जोधपुर आई थीं. पूर्व मंत्री रामनारायण डूडी की पौत्री के विवाह समारोह में शिरकत की. वहां भी उनके समर्थक पहुंचे थे.
समर्थकों ने दिखाई एकता : चुनाव से ठीक पहले वसुंधरा राजे के समर्थक पूरे मारवाड़ में सक्रिय हो चुके हैं. सर्किट हाउस में भी वसुंधरा समर्थक बड़ी संख्या में एकत्र हुए और उन्होंने अपनी एकता दिखाई. इनमें ज्यादातर आने वाले चुनाव में टिकट के लिए दावेदारी भी कर रहे हैं. राजे समर्थकों का मानना है कि चुनाव में राजे की भूमिका महत्त्वपूर्ण होगी.
बेनीवाल ने जताया विरोध : राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल गुरुवार को वसुंधरा राजे की खरनाल यात्रा को लेकर पहले ही विरोध जता चुके हैं. यात्रा से पहले बेनीवाल ने सोशल मीडिया पर उनकी यात्रा को लेकर कई टिप्पणियां भी की.