जोधपुर. भोपालगढ़ मदेरणा परिवार की राजनीति का अभेद दुर्ग है, जहां से स्व. परसराम मदेरणा 8 बार विधायक चुने गए थे. लेकिन दो दशक से परिसीमन के चलते ये विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित हो गया और मदेरणा परिवार ओसियां से चुनाव लड़ने लगा. बावजूद इसके अपने इस गढ़ को कभी भी मदेरणा परिवार भूला नहीं और आज भी यहां की स्थानीय राजनीति में उनका पूरा दखल है. वहीं, मंगलवार को यहां मार्केटिंग सोसायटी के चुनाव में परिवार की तीसरी पीढ़ी के रूप में दिव्या मदेरणा ने अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज कराई. इस सोसायटी पर वर्चस्व बनाने के लिए पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ और विधायक दिव्या मदेरणा ने पूरा दमखम लगा दिया था, लेकिन अध्यक्ष पद दिव्या की पसंद रामजीवन चोटिया और उपाध्यक्ष पद पर रामप्रसाद निर्वाचित हुए. ऐसे में बद्रीराम जाखड़ को एक बार फिर यहां मुंह की खानी पड़ी.
हालांकि, इस चुनाव के परिणाम से पहले यहां बवाल भी हुआ. दिव्या मदेरणा के मतगणना केंद्र जाने के दौरान उनकी गाड़ी पर जाखड़ समर्थकों ने हमला कर दिया. जिसमें गाड़ी का शीशा फूट गया. वहीं, कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने आरोप लगाया है कि पूर्व सांसद ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी है. उक्त मामले से पुलिस को अवगत करा दिया गया है. साथ ही अब मदेरणा समर्थक जाखड़ के खिलाफ मामला दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं, ग्रामीण एसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि फिलहाल मौके पर शांति है.
इसे भी पढ़ें - Sachin Pilot Protest : पायलट के अनशन पर दिव्या की चुप्पी, क्या गहलोत विरोधियों को साध नहीं पाए ?
भोपालगढ़ से ताल ठोक सकती हैं दिव्या - साल 2008 में विधानसभा के लिए परिसीमन हुआ था. अब 20 साल बाद दोबारा परिसीमन होने की बात कही जा रही है. ऐसे में एक फिर से भोपालगढ़ सामान्य सीट हो जाएगी. माना जा रहा है कि इसके बाद फिर से मदेरणा परिवार अपनी परंपरागत सीट से चुनाव लड़ेगा. वहीं, अगर 2028 में दिव्या मदेरणा यहां से चुनाव लड़े तो इसमें अतिश्योक्ति नहीं होगी.