बिलाड़ा (जोधपुर). जिले के बिलाड़ा थाना क्षेत्र के बोयल गांव में सोमवार रात को समाजिक कार्यकर्ता श्रवण जाट हत्या के 72 घंटे बाद प्रतिनिधि मंडल और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच धरनास्थल से दूर सरकारी डाक बंगले में धरनार्थियों की पांच सूत्री मांगों पर सहमति बनने पर धरना समाप्त हो गया.
गुरुवार दोपरह को सरकारी प्रतिनिधि के रुप में धरने स्थल पर पहुंचे पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ और प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन पर तीन दिन से मोर्चरी के बाहर चल रहा धरना समाप्त हो गया. इस पर बिलाड़ा अस्पताल की मोर्चरी में पड़े शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम हो पाया. बता दें कि चार दिन पहले बोयल निवासी श्रवण जाट की हत्या कर दी गई थी.
गांव के बाहर बनी एक अवैध शराब दुकान के सामने रवि मेघवाल, उसके पिता मालाराम, दुकान संचालक प्रेम और महेंद्र बिश्नोई ने श्रवण पर लाठी और चाकू से हमला कर दिया था. इससे श्रवण की मौत हो गई थी. श्रवण का आरोप कि आरोपी गांव के युवाओं को स्मैक और अवैध शराब बचने का काम करते थे, जिसका वह विरोध कर रहा था.
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हत्याकांड के बाद जाट समाज के सैकड़ों लोग मंगलवार से बिलाड़ा अस्पताल की मोर्चरी के बाहर अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए. गुरुवार को धरने स्थल पर पहुंचे पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच चली लंबी समझाइश के बाद राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी प्रदेश उपाध्यक्ष राजूराम खोजा, संपत पुनिया, नेमाराम बराणिया, पूर्व सरपंच पुनाराम चौधरी का एक प्रतिनिधि मंडल डाक बंगले में जोधपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अनिल कयाल और प्रतिनिधि मंडल के साथ हुई वार्ता के बाद पूर्व सांसद जाखड़ के आश्वासन पर धरना समाप्त कर दिया गया.
धरना समाप्त होने पर शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया जायेगा. शव का अंतिम संस्कार बोयल गांव में शुक्रवार को किया जायेगा. आश्वासन के अनुसार 11 लाख रुपये की मृतक परिवार को सरकारी और भामाशाह की ओर से आर्थिक सहायता दी जाएगी. मृतक के परिवार के एक सदस्य को आंगनवाड़ी में नौकरी दी जाएगी. पुलिस हिरासत में चल रहे दो नामजद आरोपी रवि और मालाराम मेघवाल को हत्या के मामले मे तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की गई है. घटना में लापरवाह बिलाड़ा वृताधिकारी हेमंत नोगिया पर विभागीय कार्यवाही कर मुख्यालय बदलने के आश्वासन पर धरनार्थियों ने धरना समाप्त किया है.