जोधपुर. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया गुरुवार को जोधपुर दौरे पर रहे. उन्होंने ओसियां उपखंड मुख्यालय से राज्य सरकार के जन विरोधी नीतियों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन का आगाज भी किया. उसके बाद वे किसानों के बीच पहुंचे. जहां उन्होंने एक किसान के खेत में काम किया और उन्होंने चाय पी.
खास बात यह रही कि जब वे ओसियां से बाहर निकले. उन्होंने एक किसान के खेत में जाकर काम किया और वहां चाय पी. उनके इस काम को हाल ही में इसी सत्र में आए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने एक भील परिवार की महिलाओं के साथ बैठकर राबड़ी पीने से जोड़कर देखा जा रहा है. पूनिया जब जोधपुर फलोदी राज्य मार्ग निकल रहे थे. इस दौरान नेवरा रोड स्थित खेत में क्षेत्र के किसानों बाजरे की फसल निकाली जा रही थी. प्रदेश अध्यक्ष पूनिया ने काफिला रुकवा कर किसानों के बीच खेत में पहुंचे और बाजरा निकालने के कार्य में जुट गए, साथ ही काफी देर तक कृषि कार्य निपटाने में मशगूल रहे.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पूनिया ने खेत में किसानों के साथ बाजरे के लाटे में बैठकर चाय पी और किसानों से चर्चा की. इस दौरान उन्होंने कृषि कानून पर किसानों से चर्चा की. इस दौरान आर्मी से सेवानिवृत्त स्थानीय किसान जुंजा राम जाखड़ ने पूनिया के सवाल का जवाब स्थानीय भाषा में देते हुए कहा कि 'इण कानून के बारे में ज्यादा तो मने ठा कोनी पर अबके साको रा भाव चौखा है' महिला काश्तकार मोडी देवी ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पूनिया को सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद प्रदान किया. इस दौरान भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं ओसियां से पूर्व विधायक रहे भैराराम सियोल, जोधपुर देहात दक्षिण के भाजपा जिला अध्यक्ष जगराम बिश्नोई भी मौजूद रहे.
राजे के दौरे के दौरान नदारद रहे थे सियोल...
ओसियां के पूर्व विधायक भैराराम सियोल की राजनीति वसुंधरा खेमे से ही शुरू हुई थी. राजे ने उन्हें टिकट दिया और जीतने के बाद संसदीय सचिव भी बनाया था, लेकिन पिछले कुछ समय से उनका झुकाव केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की ओर नजर आ रहा है. जिसके चलते राजे से उनकी दूरियां हो गई और हाल ही में जब वसुंधरा राजे जोधपुर आई तो सियोल के विधानसभा क्षेत्र से भी निकली. लेकिन वे इस दौरे के दौरान नदारद थे लेकिन प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के दौरे के दौरान सियोल ने कमान संभाले रखी.