जोधपुर. मल्टी स्टेट क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी संजीवनी के संचालन से जुड़े वो लोग जो अभी न्यायिक अभिरक्षा में हैं उनकी मुसीबतें बढ़ने वाली हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि जितनी तेजी से इनके खिलाफ थानों में मामले दर्ज हो रहे हैं उनमें सभी को आदर्श क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के संचालकों की तरह हर मामले में पुलिस गिरफ्तार करेगी. अब तक एसओजी ने जनता परिवाद पर जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
उन्हीं परिवादों को एसओजी अब संबंधित थानों को भेज रही है. इसके चलते मामले दर्ज हो रहे हैं. गुरुवार को जोधपुर कमिश्नरेट की ओर से जारी अपराध प्रतिवेदन के अनुसार कमिश्नरेट के पांच थानों में 12 नए मामले दर्ज हुए हैं. इनमे मथानिया थाने में पांच सर्वाधिक मामले दर्ज हुए हैं. इसके अलावा देवनगर, सरदारपुरा, लूणी और विवेक विहार में मामले दर्ज हुए हैं. दो सप्ताह में जोधपुर शहर में ही अब तक 29 मामले दर्ज हो चुके हैं. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अन्य जिलों और कस्बों में भी मामले बढ़ेंगे. फिलहाल इस मामले में संजीवनी का मुखिया विक्रम सिंह इंद्रोई सहित कई न्यायिक अभिरक्षा के तहत जेल में हैं.
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गहलोत ने कहा था जांच लगभग पूरी
दो दिन पहले जोधपुर में सीएम गहलोत ने एयरपोर्ट पर बयान दिया था कि एसओजी की जांच लगभग पूरी हो गई है और कभी भी किसी के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है. माना जा रहा है कि सोसाइटी के निवेशकों की ओर से दिए गए धोखाधड़ी के परिवाद पर थाने से कार्रवाई होगी. जबकि एसओजी की भूमिका घोटाला क्यों हुआ यहां तक रहेगी. इस प्रकरण में मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर भी इसमें शामिल होने का आरोप लगाया है.
आदर्श सोसाइटी के मोदी परिवार की हुई हर थाने में गिरफ्तारी
संजीवनी से पहले आदर्श क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी में अनियमितताएं सामने आईं थीं. आदर्श सोसाइटी का घोटाला संजीवनी से कई गुना बड़ा था. इसमें प्रदेश के दर्जनों थानों में मामले दर्ज हुए हैं. इसमें सोसाइटी का संचालन करने वाले मोदी परिवार के सभी सदस्यों की गिरफ्तारी हुई है. पूरा परिवार और अन्य आरोपियों जिनमें महिलाएं शामिल थी उनकी भी गिरफ्तारी हुई थी. कमोबेश अब संजीवनी मामले में भी संचालन से जुड़े लोगों की इन दिनों दर्ज हो रहे मामलों में गिरफ्तारी होगी.