बिलाड़ा (जोधपुर). शहर के कोरोना हाॅट स्पॉट बनने के बाद ग्रामीण आंचलों में भी इक्का-दुक्का पॉजिटिव केस सामने आने लगे हैं. जिससे ग्रामीण लोगों को भी कोरोना संक्रमण का भय सताने लगा है. ग्रामीणों क्षेत्रों में अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों को कोरोना मरीज बताकर अफवाहें भी फैलने लगी हैं, जिससे ग्रामीणों में हड़कंप मच जाता है.
बिलाड़ा क्षेत्र के भावी गांव से गुरुवार रात को बिलाड़ा ट्रोमा सेंटर इलाज के लिए ले जाया गया. ट्रोमा सेंटर के चिकित्सकों ने कोरोना के खतरे को देखते हुए प्राथमिक जांच कर इलाज के लिए उसे जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल भेज दिया था. जोधपुर भेजे गए बीमार युवक को कोरोना संदिग्ध बताकर सोशल मीडिया में भ्रामक खबर फैल गई, जिससे ग्रामीणों में हड़कंप मच गया.
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इस मामले पर बिलाड़ा ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी जितेन्द्र चारण फोन पर जानकारी दी कि भावी गांव से ट्रोमा सेन्टर बिलाड़ा आए युवक को अन्य बीमारी से ग्रस्त होने पर जोधपुर जांच के लिए भेजा गया था, ना कि कोरोना संदिग्ध होने पर रेफर किया गया है. जोधपुर जांच के लिए भेजे युवक की मथुरा दास माथुर अस्पताल में स्वास्थ्य जांच हुई, जिसमें उसकी रिपोर्ट में कोरोना नेगेटिव आई है. जिसके बाद इलाज के दौरान होम क्वॉरेटाइन कर दोबारा घर भेज दिया गया.