जोधपुर. महात्मा गांधी ने अंग्रेजों भारत छोड़ो का आह्वान किया था. 9 अगस्त को किए गए इस आह्वान के दिन को अगस्त क्रांति दिवस के रुप में मनाया जाता है. भारत छोड़ो आंदोलन की 78वीं वर्षगांठ पर रविवार को जोधपुर सेंट्रल जेल परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर जलाभिषेक और पुष्पांजलि अर्पित की गई. इस दौरान परिसर में विभिन्न प्रकार के पौधे भी लगाए गए.
वहीं, इस कार्यक्रम में राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल और संभागीय आयुक्त डॉ. समित शर्मा मुख्य अतिथि रहे. संगीता बेनीवाल ने बताया कि आज का दिन ऐतिहासिक दिन है, जो कि 9 अगस्त 1942 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन शुरू कर देश को करो या मरो का नारा दिया था. इस आंदोलन को अगस्त क्रांति दिवस के रूप में जाना जाता है.
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इसके साथ ही बेनीवाल ने बताया कि महात्मा गांधी ने जिस प्रकार सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए अपना संपूर्ण जीवन राष्ट्रहित में व्यतीत किया. हमें भी गांधी जी के विचारों पर चलते हुए, उनके विचार और बताए गए मार्गों से प्रेरणा हासिल करनी चाहिए.
संभागीय आयुक्त समित शर्मा ने कैदियों को संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य जीवन में गलतियां होती रहती हैं. हमें अपने जीवन में पूर्व में की गई गलतियों को भूल कर आने वाले जीवन को सकारात्मक सोच के साथ व्यतीत करने का संकल्प लेना चाहिए. कार्यक्रम की अध्यक्षता अधीक्षक डीआईजी (जेल) कैलाश त्रिवेदी ने की. वहीं, इस कार्यक्रम के दौरान गणमान्य नागरिक मौजूद रहे.