जोधपुर. अपनी मांगों को लेकर डॉक्टर एसएन मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर और सेवारत पीजी डॉक्टर्स मंगलवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. सुबह 9 बजे से रेजिडेंट डॉक्टरों ने आपातकालीन इकाई एवं वार्डों से काम छोड़ दिया और निकल गए हालांकि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को पहले ही इसका पता था.
ऐसे में सीनियर डॉक्टर के ड्यूटीटी के इंतजाम कर लिए गए थे. लेकिन, रेजिडेंट डॉक्टरों की जगह पूरी व्यवस्था संभालना सीनियर डॉक्टर के हाथों में संभव नहीं है यही कारण था कि मंगलवार को मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अस्पतालों के कई प्लान ऑपरेशन टालने पड़े. हालांकि, मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का दावा है कि सभी अतः ऑपरेशन किए जाएंगे.
इसके अलावा आपातकालीन इकाई में इक्का-दुक्का सीधे डॉक्टर को बिठाकर ही काम चलाना पड़ा हड़ताल का असर कमोबेश ओपीडी से ऊपर भी नजर आया मथुरादास माथुर अस्पताल में कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर एस.एस राठौड़ खुद भी मरीज देखते नजर आए उनका कहना था कि हमने हड़ताल के चलते माकूल व्यवस्थाएं की है जिससे कि मरीजों की परेशानी नहीं बड़े.
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डॉक्टर एसएन मेडिकल कॉलेज एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर के अध्यक्ष विकास चौधरी ने बताया कि जयपुर के आह्वान पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की गई है जब तक हमारी मांगों पर सरकार निर्णय नहीं लेती तब तक हड़ताल जारी रहेगी इधर डॉक्टरों की हड़ताल से मरीजों की परेशानी बढ़ गई खासतौर से गंभीर मरीज के परिजन खासे परेशान हैं.
परिजनों का कहना है कि डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से व्यवस्थाएं चरमरा रही है गौरतलब है कि जोधपुर के मेडिकल कॉलेज में वर्तमान में करीब 300 रेजिडेंट कार्यरत ऐसे में उनके काम छोड़ने से अस्पताल की व्यवस्थाएं पटरी से उतर जाती है देखना अब यह है कि सरकार के स्तर पर जयपुर में चल रही वार्ता के क्या परिणाम सामने आते हैं.