राजसमंद : मेवाड़ पूर्व राजपरिवार के सदस्य और राजसमंद सांसद महिमा कुमारी व नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के उदयपुर सिटी पैलेस की यात्रा पर सवाल उठाया है. सांसद और विधायक की ओर से कहा गया कि सिटी पैलेस विवादित स्थल है. इसके तमाम प्रोटोकॉल्स से अधिकारियों को पत्र के जरिए अवगत कराया गया है. फिर भी राष्ट्रपति महोदया का यहां विजिट हुआ, जो उनकी गरिमा के विरुद्ध है. ऐसा इसलिए क्योंकि उस प्रोपर्टी के परिवार के हेड ऑफ यानी मुखिया को बताए या मिले बगैर कतिपय सदस्य से मिलकर लौटने से आमजन में गलत संदेश जाएगा.
राष्ट्रपति को पत्र लिखकर महत्वपूर्ण तथ्यों से अवगत कराते हुए उदयपुर ट्यूर कार्यक्रम में संशोधन की मांग उठाई थी, मगर राष्ट्रपति ने अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सिटी पैलेस का दौरा किया. खास बात यह है कि सांसद और विधायक दोनों रिश्ते में पति-पत्नी हैं. साथ ही मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य भी हैं.
वहीं, इस पूरे मसले पर मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि पैलेस का मामला फिलहाल हाईकोर्ट में विचाराधीन है. कोर्ट ही तय करेगा कि कौन सही है. आरोप लगाने वाले अपनी जानें. इधर, उदयपुर के कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने कहा कि राष्ट्रपति का सिटी पैलेस में पर्सनल विजिट था. प्रशासन से न तो कोई जानकारी मांगी गई थी और न ही कोई टिप्पणी की गई.
इसे भी पढ़ें - राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बोलीं- शिक्षा ही सशक्तिकरण का सर्वश्रेष्ठ माध्यम, बेटियों ने बढ़ाया मान - PRESIDENT IN MLSU CONVOCATION
दरअसल, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरुवार को उदयपुर के अपने दौरे के तहत मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के 32वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुई थीं. साथ ही उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के सिटी पैलेस का उन्होंने दौरा भी किया था, जहां मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य डॉ. लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ और उनकी पत्नी निवृत्ति कुमारी ने राष्ट्रपति की अगवानी की थी और महाराणा प्रताप, राणा सांगा सहित मेवाड़ के प्रतापी महाराणाओं के त्याग, बलिदान, शौर्य, पराक्रम, स्वाभिमान के गौरवशाली इतिहास के बारे में बताया था. इस दौरान राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े और डिप्टी सीएम डॉ. प्रेमचंद बैरवा भी मौजूद थे.
सांसद ने कही ये बात : मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार की सदस्य व राजसमंद सांसद महिमा कुमारी ने कहा कि सिटी पैलेस पर कोर्ट स्टे, कटेम्प्ट की एप्लीकेशन के साथ न्यायालय में विचाराधीन है. विवादित स्थल के ट्यूर को लेकर ओएसडी, प्रोटोकॉल ऑफिसर से लेकर सभी अधिकारियों को पत्र भेजकर सूचना दी गई. राष्ट्रपति की अलग गरिमा होती है, इसलिए उनकी गरिमा के लिए भी यह सिटी पैलेस पर जाना सही नहीं है. सांसद महिमा कुमारी ने कहा कि उदयपुर कलेक्टर से बात करने का प्रयास भी किया, लेकिन बात नहीं हो पाई. फिर सीएमओ में कॉल करने पर जिला कलेक्टर द्वारा बात की, जिस पर भी असंतुष्टी व्यक्त की. सांसद का आरोप है कि जिला कलेक्टर ने पूरी जानकारी उच्चाधिकारी और राष्ट्रपति को नहीं दी, जो गलत है.
इसे भी पढ़ें - राष्ट्रपति ने सिरोही में किया वैश्विक शिखर सम्मेलन का शुभारंभ - GLOBAL SUMMIT
विधायक विश्वराज सिंह बोले- राष्ट्रपति का सिटी पैलेस दौरा गरिमा के विरुद्ध : मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य व नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि राष्ट्रपति के समस्त प्रोटोकॉल अधिकारियों को पत्र भेजा गया था. पत्र के जरिए उन्हें अवगत कराया गया था कि सिटी पैलेस उनकी पैतृक संपत्ति है, जिस पर विवाद और कोर्ट के स्टे ऑर्डर है. संपत्ति के कुछ भाग पर सुप्रीम कोर्ट में कटेम्प्ट एप्लीकेशन भी है. कई वर्षों से विवादित स्थल है, जिसको लेकर जिला न्यायालय व कर विभाग ने भी इसे एचयूएफ माना है. ऐसे में देश की राष्ट्रपति महोदया उनकी पारिवारिक संपत्ति में आए और घर व परिवार के बड़े हैं, उनके बारे में पूछे या मिले बिना ही चली जाए तो यह तो राष्ट्रपति की गरिमा के खिलाफ है.
लक्ष्यराज सिंह के बुलावे पर पहुंची थीं राष्ट्रपति : मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य डॉ. लक्ष्यराज सिंह के आमंत्रण पर राष्ट्रपति सिटी पैलेस पहुंची थीं. बता दें कि लक्ष्यराज सिंह की धर्मपत्नी निवृत्ति कुमारी ओडिशा की पूर्व राजघराने से हैं. इसी के चलते राष्ट्रपति सिटी पैलेस के दौरे पर पहुंची थीं. दोनों के बीच उदयपुर और ओडिशा के रिश्तों पर चर्चा हुई. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और लक्ष्यराज सिंह की पत्नी निवृत्ति कुमारी मूलतः ओडिशा से हैं. लक्ष्यराज सिंह के ससुर कनक वर्धन सिंह देव वर्तमान में ओडिशा की सरकार में डिप्टी सीएम हैं और सास संगीता कुमारी सिंह देव बलांगीर लोकसभा से सांसद हैं.
सांसद-विधायक ने पत्र में लिखी ये बात : सांसद व विधायक द्वारा राष्ट्रपति महोदया को लिखे पत्र में बताया गया कि जिन संपत्तियों का वे दौरा करने जा रही हैं, वे न्यायालयों के स्थगन आदेशों के अधीन हैं. सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष अवमानना आवेदन के अधीन हैं और कर विभाग व जिला न्यायालय द्वारा एचयूएफ संपत्तियां घोषित कर रखी है. (उच्च न्यायालय के समक्ष अपील लंबित है.) विधायक विश्वराज सिंह ने लिखा कि उनके पिता महेंद्र सिंह मेवाड़ (पूर्व सांसद भाजपा) इस एचयूएफ के वैधकर्ता हैं और महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउंडेशन के वैध अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने लिखा कि राष्ट्रपति इन संपत्तियों का दौरा राष्ट्रपति कार्यालय की गरिमा के हिसाब से ठीक नहीं हैं. वो भी कर्ता और परिवार के मुखिया के साथ कोई संवाद किए बिना. इस यात्रा से प्रशासन को भी गलत संदेश जाएगा. ऐसे में इन तथ्यों पर गौर करते हुए और इस उच्च पद की गरिमा को ध्यान में रखते हुए महामहिम इन संपत्तियों पर न जाकर अपने कार्यक्रमों को संशोधित करें. साथ ही यह जांच करें कि वे कौन लोग हैं, जिन्होंने यह प्रस्ताव दिया था.
इसे भी पढ़ें - यदि समान अवसर मिले तो बेटियां अपेक्षाकृत अधिक उत्कृष्टता हासिल कर सकती हैं - द्रौपदी मुर्मू - MNIT Convocation
2022 में भी जी 20 शिखर सम्मेलन को लेकर भी जताई भी आपत्ति : विश्वराज सिंह मेवाड़ ने नवंबर 2022 में भी G 20 की शिखर सम्मेलन शेरपा बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री को एक पत्र लिखकर सवाल उठाए और आपत्ति दर्ज करवा चुके हैं. तब भी पत्र में लिखा कि मेवाड़ पूर्व राजपरिवार के सदस्य के तौर पर आपत्ति दर्ज करवाई थी. तब भी सिटी पैलेस उदयपुर में प्रस्तावित कार्यक्रम को स्थगित करने की मांग उठाई गई थी. इस तरह सिटी पैलेस पहले भी सम्पत्ति विवाद को लेकर पहले भी कई बार सवाल, आपत्ति को लेकर सुर्खियों में रहा है.
वर्षों पुराना है ये संपत्ति विवाद : उदयपुर पूर्व राजपरिवार की संपत्ति का यह विवाद करीब 41 साल पुराना है. विवाद न्यायालय में विचाराधीन है और पूरा विवाद उदयपुर सिटी पैलेस से जुड़ी संपत्ति का है. इसमें शाही पैलेस, शंभू निवास, बड़ी पाल और घास घर शामिल है. ऐसे में करोड़ों रुपए की बेशकीमती जमीन को लेकर न्यायालय में वाद विचाराधीन है. जानकारी में आया कि 1955 से 1983 तक मेवाड़ पूर्व राजपरिवार की सारी संपत्ति भगवत सिंह के पास रही. भगवतसिंह के दो बेटे महेंद्र सिंह और अरविंद सिंह, एक बेटी योगेक्षरी है. फिलहाल महेंद्रसिंह सबसे बड़े पुत्र है, फिर अरविंदसिंह व बहन योगेश्ववरी है. तीनों भाई बहनों के बीच सम्पत्ति का विवाद है.
उदयपुर पूर्व राजपरिवार की ये है स्थिति : उदयपुर पूर्व राजपरिवार में भगवतसिंह के समय से विवाद है. उनके दो बेटे महेंद्रसिंह और अरविंदसिंह व एक बेटी योगेश्वरी हैं. इसके तहत महेंद्रसिंह के परिवार में नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह बेटा है तो राजसमंद सांसद महिमा कुमारी उनकी पुत्रवधू हैं. इसके अलावा डॉ. लक्ष्यराज सिंह जो कि अरविंद सिंह के पुत्र हैं और निवृत्ति कुमारी उनकी पुत्रवधू हैं. फिलहाल सिटी पैलेस पर अरविंद सिंह व उनके पुत्र लक्ष्यराज सिंह का परिवार रहता है, जबकि महेंद्रसिंह व उनके पुत्र विश्वराज सिंह का परिवार सिटी पैलेस से बाहर समोर बाग में बने पैलेस में रहते हैं.