जयपुरः 'जोर से बोलो जय माता दी, सब मिल बोलो जय माता दी', सोमवार को छोटी काशी सच्चे दरबार के जयकारों से गूंज उठी. जयपुर के राजा पार्क स्थित सूरज मैदान में माता वैष्णो देवी का दरबार सजाया गया. यहां बंगाल से आए करीब 150 कारीगरों ने माता का दरबार सजाया. जिसमें कटरा रेलवे स्टेशन से लेकर त्रिकूट पर्वत का रूप दिया गया है. बीच में बाणगंगा, चरण पादुका, अर्धकुंवारी गुफा, हाथी मत्था, सांझी छत तैयार की गई. जिनसे गुजरते हुए श्रद्धालुओं ने बर्फीले पहाड़ों पर मां वैष्णो देवी और भैरव मंदिर के साक्षात दर्शन किए.
1998 से हो रहा है आयोजनः आयोजन समिति के अध्यक्ष राजेंद्र खंडेलवाल ने बताया कि 1998 में हीदा की मोरी से इस आयोजन की शुरुआत की गई थी. आज 21वीं बार माता का दरबार सजाया गया है. सूरज मैदान में हो रहे इस आयोजन में श्रद्धालुओं को प्राकृतिक आभास कराया गया है. यहां माता के दरबार के अलावा स्वचालित झांकियां, कन्याओं की सजीव झांकी, कन्या पूजन, महाआरती जैसे आयोजन भी हो रहे हैं.
होता है वैष्णो देवी यात्रा का आभासः वहीं, आयोजन समिति के संयोजक चंद्र प्रकाश राणा ने बताया कि लोग नवरात्र में वैष्णो देवी जाने का मन तो बनाते हैं, लेकिन जा नहीं पाते. ऐसे में उन्हें साक्षात माता के दर्शन करने और हूबहू कटरा स्टेशन से त्रिकूट पर्वत तक का आभास कराने के लिए आयोजन किया गया है. तीन दिन तक चलने वाले इस आयोजन में सुरक्षा व्यवस्था और मेडिकल व्यवस्था भी चाक-चौबंद की गई है. यहां पहाड़ी गुफा के समान ही स्वरूप बनाया जा रहा है. गुफाओं में बर्फीले पानी से होकर जब श्रद्धालु गुजरते हैं, तो ऐसा लगता है मानो वाकई में त्रिकूट पर्वत पर विराजित मां वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए ही जा रहे हों.
वहीं, आयोजन समिति के महामंत्री सचिन गुप्ता ने बताया कि यहां लगभग 10 हजार श्रद्धालु हर दिन आने की संभावना है. ऐसे में आयोजन स्थल से लेकर श्रद्धालु तक सभी का इंश्योरेंस कराया गया है. इस पूरी यात्रा को करीब 400 स्वयंसेवक संभाल रहे हैं. आयोजन स्थल पर दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए अलग व्यवस्था की गई है.