जोधपुर. मादक पदार्थों की अवैध बिक्री का गढ़ बने जोधपुर में तस्करों और ड्रग बेचने वालों के हौसले इतने बुलंद है कि पुलिस की वर्दी पहन खुलेआम एमडी ड्रग और अफीम की तस्करी कर रहे है. पुलिस ने गुरुवार रात को लूनी के फींच निवासी ट्विंकल विश्नोई को पकड़ा है. जो पुलिस की वर्दी पहन कर ड्रग और अफीम तस्करों से लेकर आती. उसके बाद उसे सेनापति भवन के पास रहने वाले युवाओं को बेचा करती थी. पुलिस ने उसके मोबाइल से पुलिस की वर्दी में फोटो भी बरामद किए हैं. यह कार्रवाई एसआइ भंवरसिंह, कांस्टेबल पूनाराम, लादाराम, अनू खोजा व भागीरथराम ने की.
प्रशिक्षु आरपीएस अधिकारी मीनाक्षी लेघा ने बताया कि रातानाडा थाना पुलिस को पुख्ता जानकारी मिली थी कि सेनापति भवन और आस-पास के क्षेत्र में युवक ड्रग और अफीम खरीदते हैं. उनको सप्लाई एक युवती करती है. इस पर पुलिस की टीम लगाई गई. गुरुवार शाम को कांस्टेबल पूनाराम को इसकी पुख्ता जानकारी मिली. पुलिस ने संदिग्धों पर नजर रखी. गुरुवार शाम को गश्त के दौरान सेनापति भवन चौराहे के पास एक युवती पुलिस को देखकर घबरा गई. जब वह वहां से भागने लगी तो पुलिस को उस पर शक हुआ. फिर पुलिस ने उसका पीछा करके उसे धर दबोचा. पकड़ी गई युवती की पहचान ट्विंकल विश्नोई के रूप में हुई. पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है. उसकी तलाशी लेने पर उसके पास से 15 ग्राम एमडी ड्रग्स व 52 ग्राम अफीम का दूध बरामद हुआ.
फोन देखा तो पुलिस के उड़े होश: लूनी के फींच निवासी ट्विंकल विश्नोई का मोबाइल फोन पुलिस ने बरामद किया और उसे देखना शुरू किया तो पुलिस के होश उड़ गए. मोबाइल में ट्विंकल पुलिस की वर्दी में नजर आई. उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि वह यहां हॉस्टल में रहती है. पुलिस की वर्दी पहन कर गाड़ी से ड्रग और अफीम लेने जाती थी. सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसे ड्रग गोविंद विश्नोई देता था. फिलहाल पुलिस गोविंद विश्नोई को पकड़ने का प्रयास कर रही है.
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कर रही थानेदार बनने की तैयारी: 24 वर्षीय ट्विंकल विश्नोई ने पुलिस को बताया कि वह 2 साल से एक पीजी हॉस्टल में रह रही है. अभी बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा है. साथ में वह सब इंस्पेक्टर की परीक्षा की तैयारी भी कर रही है. उसे गोविंद ने इस काम में लगाया. ड्रग लाने के बाद आस पास रहने वाले युवाओं को वह बेचा करती थी.
पुलिस की मिलीभगत पहले आ चुकी है सामने: जोधपुर व आसपास के क्षेत्र में कई बार यह बात सामने आ चुकी है कि कई पुलिसकर्मी मादक पदार्थों की बिक्री और तस्करी में सहयोग करते हैं. गत वर्ष डोडा तस्करी के आरोप जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के कॉन्स्टेबल हरिराम बिश्नोई को सेवा से बर्खास्त किया गया था. गत वर्ष एसीपी जयप्रकाश अटल ने उसकी कार से 23 किलो डोडा पोस्त बरामद किया था.