जोधपुर. देश के तीन एम्स में सड़क दुर्घटना के घायलों को बेहतर ट्रीटमेंट देने के लिए ट्रॉमा सर्जरी में एमसीएच (M.Ch) कोर्स शुरू किया गया है. सरकार ने मथुरादास माथुर अस्पताल में एमसीएच कोर्स किए प्रदेश के पहले ट्रॉमा सर्जन डॉ दिनेश गोरा को नियुक्त किया है. डॉ गोरा ने दिल्ली एम्स से ट्रॉमा सर्जरी एवं किटिकल केयर में एमसीएच (M.Ch) ट्रेनिंग पूर्ण की है. डॉ गोरा ये ट्रेनिंग प्राप्त करने वाले प्रथम सर्जन हैं.
गोल्डन आवर पर फोकस : डॉ. दिनेश गोरा ने बताया कि हमारी प्राथमिकता हमारे क्षेत्र में मौजूद अस्पतालों में बेहतर सिस्टम विकसित करना है, जिससे घायल को शुरुआती समय में आवश्यक उपचार मिल सके. सही समय पर उपचार मिलने से मरीज को गंभीर स्थिति में जाने से रोका जा सकता है. इसके बाद अगर मरीज को रेफर किया जाता है, उसकी रिकवरी तेज होगी. उन्होने बताया कि मरीज के पॉलीट्रॉमा की स्थिति में अक्सर अनेक विभागों की आवश्यकता होती है. हम ऐसे मरीजों के उपचार को लेकर भी गंभीर है.
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ट्रॉमा के लोगों को बेसिक ट्रेनिंग देंगे : अस्पताल अधीक्षक डॉ. विकास राजपुरोहित ने बताया कि एमडीएम में पूरे संभाग से मरीज आते हैं. ऐसे में सरकार की ओर से नियुक्त ट्रॉमा सर्जन से काफी मदद मिलेगी. देश में ट्रॉमा मैनेजमेंट का यह एमसीएच कोर्स दिल्ली, पटना और ऋषिकेश एम्स में शुरू किया गया है. डॉ. गोरा के अनुसार क्षेत्र में ट्रॉमा सेन्टर और मथुरादास माथुर अस्पताल, जहां मरीज रेफर होते हैं, उनके बीच एक समन्वय स्थापित करना है. उनके चिकित्सा कर्मियों को बेसिक ट्रेनिंग्स देंगे, जिससे ट्रॉमा सिस्टम विकसित हो सके.