जोधपुर. इस बार के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खास अंदाज में प्रचार करते नजर आएंगे. सीएम बड़े कस्बों व शहरों में पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की तर्ज पर खुली कार में रोड शो करेंगे, जिसका ट्रायल बीते सोमवार को जोधपुर शहर में देखने को मिला. दरअसल, सीएम के तीन दिवसीय जोधपुर दौरे के दौरान अनौपचारिक रूप से रोड शो को लेकर चर्चा होने की बात सामने आई थी. साथ ही रोड शो करने का निर्णय इसलिए लिया गया, क्योंकि इससे सीधे जनता से संपर्क होता है. ये काफी असरदार माना जाता है. यही कारण है कि इस बार विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए पार्टी ने अपनी स्ट्रेटेजी में बदलाव किया है और सीएम सभाओं के इतर ज्यादातर रोड शो पर फोकस करेंगे.
आइडिया फ्रॉम डिजाइन बॉक्स : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनकी सरकार के फैसलों की ब्रांडिंग लंबे समय से डिजाइन बॉक्सड कर रहा है. डिजाइन बॉक्स ने राजस्थान से पहले हरियाणा, पंजाब, छत्तिसगढ़ में कांग्रेस के लिए प्रचार प्रसार किया है. बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के बडे़ नेता चुनाव में रोड शो पर ज्यादा फोकस करते हैं, इसको ध्यान में रखते हुए गहलोत के लिए यह रणनीति बनाई गई है.
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गहलोत की ब्रांडिंग पर फोकस : राजस्थान में इस बार का विधानसभा चुनाव कांग्रेस में अशोक गहलोत और सचिन पायलट का भविष्य तय करेगा. 2018 के चुनाव के बाद गहलोत ने जोधपुर में पत्रकारों से अनौपचारिक चर्चा की थी, उस समय ही उन्होंने इशारा किया था कि वे इस बार सरकार रिपिट हो इसको लेकर काम करेंगे, लेकिन कोविड और सियासी संकट के बीच सरकार जूझती रही. चुनावी साल के बीच उनकी योजनाओं की ब्रांडिंग पर खासा फोकस किया गया है. इसके लिए बाकायदा पूरी प्लानिंग की गई.
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आचार संहिता से पहले जो बड़ी घोषणाएं हुई और उनका जहां जहां पर क्रियान्वयन हुआ, उसका प्रचार- प्रसार जिस तरीके से किया गया, वह उसी प्लानिंग का हिस्सा था. राजस्थान में गहलोत सरकार का तीसरा कार्यकाल राजनीतिक रूप से उथल-पुथल भरा रहा है. इस दौरान कई सियासी संकट के बीच सीएम अशोक गहलोत की रणनीति की चर्चा बनी रही है. उन्होंने तीसरा कार्यकाल पूरा कर लिया है, इसे वे एक उपलब्धि ही बताते हैं.