भोपालगढ़ (जोधपुर). लॉकडाउन की सख्ती के बाद शुरू हुए अनलॉक में आमजन ज्यादा लापरवाह हुआ है. वे शायद ये भूल गए है कि जब भोपालगढ़ में पहला पॉजिटिव आया था, तब पूरा क्षेत्र सन्न रह गया था. लोगों ने कई दिनों तक घर की चौखट के बाहर कदम तक नहीं रखा था. अब तो हालात ऐसे नजर आने लगे हैं, जैसे कोरोना नाम का कोई खौफ मन में रहा ही नहीं.
समय के साथ-साथ कोरोना और भी भयानक रूप में सामने आ रहा है, लेकिन भोपालगढ़ की जनता की ओर से बाजारों में जमकर लापरवाही बरती जा रही है. वहीं उपखंड प्रशासन बार-बार लोगों से आग्रह करते-करते थक चुके है. ऐसे में इन लोगों की लापरवाही से पिछले 4 दिनों में भोपालगढ़ ब्लॉक क्षेत्र में 15 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ गए हैं और आने वाले समय में यह संक्रमण और तेजी से फैलने की संभावनाएं है. भोपालगढ, हिरादेसर, नाड्सर, अरटिया कल्ला, नांदिया प्रभावती, आसोप, चौकड़ी कला, बारनि खुर्द, देवातड़ा गांव भी कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं.
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लापरवाही की पराकाष्ठा देखें-
अब सैनिटाइजर का उपयोग भी कहीं-कहीं ही दिखाई देता है. कार्यालय में लगी सैनिटाइजर मशीनें प्राय: बंद हो चुकी है. मास्क नाक से उतर कर गले तक लटक गए हैं. किसी को न खुद की फिक्र है और न अपने परिजन की. विना मास्क के लोग बाहर घूम रहे हैं और फिर उसी हालात में अपने परिवारजनों के साथ बिना नहाए-धोए घुल-मिल कर रह रहे हैं. ये कोरोना वायरस को खुला निमंत्रण नहीं है तो क्या है?
गाड़ी ट्रैक्टर में बिना मास्क घूम रहे लोग-
भोपालगढ़ में खुलेआम हर रोज बड़ी संख्या में ग्रामीण गाड़ी और ट्रैक्टर में बिना मास्क के और सोशल डिस्टेंस की अवहेलना करते हुए दिखाई दे रहे हैं. इनको रोकने के लिए ना तो प्रशासनिक अमला आगे आ रहा है और ना ही पुलिस इनकी ओर विशेष ध्यान दे रही है.
किसी भी बैंक अथवा इस तरह के कॉपरेटिव सासाइटी के कार्यालय में चले जाएं. कोई आपको सख्ती से कहने वाला नहीं है कि आप सैनिटाइजर से हाथ साफ कर लें या मास्क को सही से लगा लें. कहें भी क्यों? अब प्राय: ये कहते-कहते सभी थक चुके हैं. सुरक्षा की जिम्मेदारी तो अब स्वयं अपनी है, हम क्यों किसी के कहने का इंतजार करें.
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कई बार लोगों को भीड़ में ऐसा भी कहते देखा है, 'ये कोरोना क्या तुम्हें ही होना है क्या, मास्क उतार कर बात कर, सही सुनाई नहीं दे रहा'. ऐसा कहने वाले खुद के साथ-साथ दूसरों को भी जोखिम में डाल रहे हैं.
यदि अभी भी नहीं संभले तो आने वाला समय भोपालगढ़ उपखंड क्षेत्र के लिए बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है. ये उपखंड क्षेत्र लॉकडाउन के दौरान बहुत ही अनुशासित रहा है. उस अनुशासन की एक बार फिर से जरूरत महसूस हो रही है, ताकि इस उपखंड क्षेत्र को स्वस्थ और सुरक्षित रखा जा सके.