बिलाड़ा (जोधपुर). जिले के बोयल गांव में सोमवार रात को हुई चाकूबाजी व लाठी से हमले में श्रवण जाट की मौत होने के बाद परिवारजन व समाज के लोग मुख्यमंत्री कोष से 10 लाख रुपये व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने सहित 5 सूत्रीय मांगे नहीं माने जाने तक शव का पोस्टमॉर्टम नहीं करवाने पर अड़े हुऐ हैं. वहीं, बिलाड़ा अस्पताल की मोर्चरी के बाहर चल रहे धरने के तीसरे दिन बिलाड़ा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक अर्जुनलाल गर्ग की मध्यस्थता के बाद प्रशासनिक अधिकारियों के बीच वार्ता विफल हो गई, जिसके बाद मामला और तूल पकड़ता जा रहा है.
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धरने पर बैठे लोगों का कहना है कि जब तक सरकार की ओर से कार्रवाई का लिखित आदेश नहीं मिल जाता, तब तक ना तो शव का पोस्टमॉर्टम करवाएंगे और ना ही धरना समाप्त करेंगे. बुधवार दोपरह धरने स्थल पर पहुंचकर प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने के प्रयास किए, लेकिन परिजन व ग्रामीण उन्हें अपनी 5 सूत्रीय मांगे पूरी नहीं होने तक धरना समाप्त नहीं करने का अल्टीमेटम देते हुए लौटा दिया. बढ़ते जन आक्रोश को देखते हुए प्रशासन के हाथ पांव फूलने लगे हैं. 2 दिन से चल रहे धरने पर समझाइश के लिए पहुंचे प्रकरण के जांच अधिकारी और भोपालगढ़ वृताधिकारी धर्मेंद्र ने मीडिया को कार्रवाई पूरी होने तक बयान देने से इनकार कर दिया.
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बता दें कि मोर्चरी के बाहर दो दिन से चल रहे धरने की आवाज सचिवालय तक पहुंचने के बाद मंगलवार दोपहर को आनन-फानन में बिलाड़ा विधायक हीराराम मेघवाल की ओर से मुख्यमंत्री को मामले से 2 मार्च को अवगत कराने का पत्र लिखा था, जिसमें हत्याकांड के परिवार को 5 लाख रुयपे की आर्थिक सहायता व सरकारी नौकरी देने की अनुसंशा की गई है, लेकिन विधायक के इस पत्र का धरनार्थियों पर कोई असर नहीं दिखा.
धरना दे रहे लोगों का कहना है कि युवक श्रवण जाट की हत्या प्रशासनिक लापरवाही से हुई है. प्रकरण से संबंधित पुलिस अधिकारी को तुरंत प्रभाव से एपीओ और नामजद कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए. इसकके बाद ही सरकारी प्रतिनिधि के साथ वार्ता करेगे. मामले में राज्य सरकार के स्तर की मांगें होने के कारण प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस उपाधीक्षक सुनील के पंवार कानून व्यवस्था का जायजा लेने के लिए बिलाड़ा में कैंप किए हुए हैं. वहीं बिलाड़ा थाने में अतिरिक्त जाब्ता भी लगाया गया है.
आरोपियों की तलाश कर रहीं 7 टीमें
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिलाड़ा पुलिस ने हत्या के एक आरोपी मालाराम मेघवाल को हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ की जा रही है. वहीं, मौके पर बनी अवैध शराब से कुछ शराब की बोतलें व धारदार हथियार भी पुलिस ने जब्त किए हैं. भोपालगढ़ वृताधिकारी धर्मेंद्र की सुपरविजन में आरोपीयों की गिरफ्तारी के लिए 7 टीमें बनाई गई हैं, जो आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है. लेकिन, मामले के 48 घंटे होने के बाद भी पुलिस हत्याकांड का खुलासा करने में नाकाम होने से लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है.