ओसियां (जोधपुर). लॉकडाउन में किसानों की समस्याओं को देखते हुए राज्य सरकार ने लॉकडाउन के दूसरे चरण में कृषि उपज मंडियां खोलकर किसानों को राहत प्रदान की है. इसी क्रम में ओसियां स्थित कृषि उपज मंडी के खुलने से मंडी में दुबारा रौनक लौटी है. वहीं आसपास के ग्रामीण इलाकों से सैकड़ों किसान प्रतिदिन अपनी उपज मंडी प्रांगण में फसल बेचने के लिए आ रहे हैं.
कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष दिलीप सोनी ने बताया कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर कृषि उपज मंडी समिति प्रशासन ने किसानों के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं. जिसके अन्तर्गत सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे मंडी खुली रहेगी. मंडी में उपज बेचने के लिए आने वाले किसानों के लिए मास्क ओर सैनिटाइजर का उपयोग भी अनिवार्य कर दिया गया है.
मंडी प्रांगण के मुख्य द्वार पर तैनात कर्मचारी कोरोना से बचाव के सारे नियमों की पालना करवाई जा रही है. वहीं एक जगह पर भीड़ एकत्रित ना हो, इसके लिए मंडी समिति प्रशासन सोशल डिस्टेंसिंग की भी पालना करवा रहा है. विशेष सफाई अभियान चलाकर पूरे मंडी परिसर को रोजाना साफ किया जा रहा है.
लाखों का कारोबार
ओसियां कृषि मंडी में पिछले दो-तीन दिन से जीरा, गेहूं, चना, सरसों, जौ, रायड़ा व अन्य कृषि जिंसों की आवक बढ़ रही है. कृषि जिंस बिकने से किसानों के हाथ में पैसा आया है. इससे धरती पुत्र के चेहरे पर खुशी छाई हुई है. एक तरफ जहां कारोबार फिर शुरू होने से व्यापारी वर्ग को भी लाखों की आमदनी होने लगी है. दूसरी तरफ राज्य सरकार को भी राजस्व की आय हो रही है.
यह भी पढ़ें. जोधपुर: डेढ़ माह से बंद पड़ी 6 हजार खदानें जल्द होंगी शुरू
मंडी में नीलामी की गई उपज के भाव
- जीरा 10 हजार से 12 हजार 500 रूपये प्रति क्विंटल
- गेहूं 1800 से 2000 प्रति क्विंटल
- सरसों 4800 से 5 हजार प्रति क्विंटल
- रायड़ा 3600 से 3800 रूपये प्रति क्विंटल
- मैथी 3800 से 4000 प्रति क्विंटल
- चना 3700 से 3900 रूपये प्रति क्विंटल है
मोबाइल के माध्यम से किसानों का किया जा रहा है पंजीकरण
वहीं कृषि उपज बेचने वाले किसानों का पंजीकरण किया जा रहा है. जिससे आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से सैकड़ों किसानों ने इसमें रूचि ली है. किसानों को मंडी समिति की ओर से तय तिथि और समय पर जीन्स लाना अनिवार्य होगा. उसी दिन उसकी नीलामी की जाएगी.