जोधपुर. सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास अपने विधानसभा क्षेत्र की सफाई व्यवस्था से खुश नहीं है. विधानसभा क्षेत्र के वार्डों में सफाई का जिम्मा नगर निगम उत्तर व दक्षिण के पास है. इसके बावजूद माकुल सफाई नहीं हो रही है. खास तौर से विधायक की पार्टी द्वारा शासित नगर निगम दक्षिण के क्षेत्र में सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है. लेकिन विधायक को सफाई के लिए जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारियों की पूरी जानकारी नहीं मिलती है. जिसके चलते विधायक ने विधानसभा में सवाल लगाकर पूछा कि क्या उनके विधानसभा क्षेत्र में सफाई व्यवस्था बीट प्रणाली से हो रही है या नहीं? अगर है तो सभी अधिकारियों की जानकारी दी जाए.
खास बात यह है कि विधानसभा सचिवालय को प्रश्न से जुड़ी समस्त जानकारी कांग्रेस शासित नगर निगम उत्तर ने तो उपलब्ध करवा दी, लेकिन भाजपा शासित दक्षिण निगम से नहीं मिली. विधायक का कहना है कि निगम की व्यवस्था जानने के लिए विधानसभा में प्रश्न पूछा था. जो जानकारी मिली है, उसके आधार पर सफाई व्यवस्था पुख्ता करवाएंगे.
दक्षिण निगम में नहीं है बीट प्रणाली: विधायक द्वारा सफाई व्यवस्था को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में दक्षिण निगम ने कोई दस्तावेज नहीं उपलब्ध करवाए. जानकारी के अनुसार सूरसागर के नगर निगम जोधपुर दक्षिण के अधीन आने वाले वार्डों में बीट व्यवस्था के आधार पर सफाई नहीं की जा रही है. वर्तमान में वार्ड में बीटों की संख्या ज्यादा है और कर्मचारी कम हैं. इसलिए बीट प्रणाली नहीं होने से अधिकारी व कर्मचारियों के फोन नंबर कहीं पर प्रदर्शित नहीं किए गए हैं.
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उत्तर निगम ने भेजा जवाब: विधायक के सवाल के जवाब में नगर निगम उत्तर ने बाकायदा लिखित जवाब भेजा. जिसमें निगम क्षेत्र के प्रत्येक तीन से चार वार्ड की सफाई की मॉनिटरिंग के जिम्मेदार नाम व फोन नंबर दिए गए हैं. इसके अलावा सफाई निरीक्षकों की सूची भी उपलब्ध करवाई. साथ में यह जानकारी दी गई है कि सफाई बीटों की जानकारी वार्डों में प्रदर्शित की गई है.
दक्षिण महापौर से चल रही है अनबन: सूर्यकांता भाजपा की विधायक है. दक्षिण निगम में भाजपा की महापौर वनीता सेठ हैं, लेकिन दोनों के बीच लंबे समय से अनबन चल रही है. गत सप्ताह निगम की बजट बैठक में अपनी ही पार्टी की महापौर वनीता सेठ की कार्यशैली पर सवाल उठाकर सूरसागर की विधायक सूर्यकांता व्यास ने विपक्ष का साथ देकर इसकी पुष्टि कर दी कि दोनों के बीच सबकुछ ठीक नहीं है. बजट बैठक में विधायक ने यह भी कहा था कि बजट बनाने में पार्षदों की राय जानना भी जरूरी होता है.