जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ करने वाली सूरसागर से भाजपा विधायक सूर्यकांता व्यास को संगठन की फटकार लगी तो उनके सुर बदल गए. अब व्यास कहने लगी है कि मुख्यमंत्री गहलोत ने कार्यकाल में तो कुछ काम नहीं करवाया. अधूरे काम ही पूरे करवाए हैं. जबकि जोधपुर सीएम का क्षेत्र है उनको काम करवाने चाहिए थे, व्यास ने यह भी कहा कि कोटा के मुकाबले तो जोधपुर में कुछ नहीं हुआ. उनकी योजनाएं भी कांग्रेस को लाभ नही दिला पाएंगी. इस बार भाजपा की ही सरकार बनेगी. दरअसल सूर्यकांता व्यास ने बीते सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से उनके पुष्करणा समाज के मंदिर निर्माण करने के लिए चार करोड रुपए की राशि स्वीकृत की थी. जिस पर उन्होंने मुख्यमंत्री गहलोत की राजा महाराजाओं की तुलना करते हुए प्रशंसा की थी. जिसका वीडियो तेजी से वायरल हुआ. इसको लेकर भाजपा संगठन मंत्री चंद्रशेखर ने व्यास को फोन कर नाराजगी जताई, साथ ही कहा कि हमारी सरकार आने और ज्यादा काम हो जाएंगे. ऐसे तारीफ करना ठीक नहीं है. इसके बाद विधायक ने अपना रुख बदल लिया. जबकि सीएम के आभार के पोस्टर भी लगवाए थे.
वसुंधरा खेमे से आती है, बयानों में राजे से किनारा : सूर्यकांता व्यास वसुंधरा राजे की खास मानी जाती है. लेकिन अब वह खुलकर कुछ नहीं कह पाती है. जब उनसे पूछा गया कि परिवर्तन यात्रा पहले राजे के नेतृत्व में निकलती थी. इस बार वो रेस्पॉन्स नहीं तो व्यास ने कहा कि पार्टी ने इस बार अलग अलग नेताओं को जिम्मेदारी दी है, जहां जिसकी जरूरत है उनको बुला रहे हैं. सूर्यकांता व्यास पांच बार की विधायक है हालांकि अब तक छह चुनाव लड़ चुकी है.
टिकिट के लिए दावेदारी क्यों, मौजूदा विधायक हूं : सूर्यकांता व्यास 85 वर्ष की हो चुकी है. दो दिन पहले उन्होंने एक प्रतिभोज के नाम पर बड़ा जमावड़ा किया था. जिसमें पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी को बुलाकर अपना शक्ति प्रदर्शन किया था. इससे यह माना जाने लगा कि सूर्यकांता व्यास मैदान छोड़ने वाली नहीं है. जबकि पार्टी वहां नया चेहरा उतारने की तैयारी में है. जब सूर्यकांता व्यास से पूछा गया कि क्या वह इस बार भी चुनाव लड़ेगी तो उनका कहना था कि पार्टी टिकट देगी तो चुनाव लडूंगी. दावेदारी पर कहा कि मौजूदा एमएलए हूं दावेदारी किस बात की पहला हक तो मेरा ही है। नए चेहरे उतारने का हक पार्टी को है.