जोधपुर. मेहरानगढ़ हादसे की जांच के लिए जस्टिस चोपड़ा आयोग की गठन किया गया था. इस घटना की जांच रिपोर्ट आखिरकार सरकार को सोमवार को राजस्थान हाईकोर्ट में पेश करनी है. राजस्थान हाईकोर्ट की खंडपीठ ने गत सुनवाई में सरकार को जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने के आदेश दिए थे. साथ ही मामले की सुनवाई की तारीख 2 सितंबर मुकर्रर की है.
मेहरानगढ़ हादसे से जुड़े लोगों का मानना है कि इस रिपोर्ट के कोर्ट में आने से दोषियों के चेहरे सामने आ सकेंगे. जिनकी गलतियों के चलते 216 युवाओं को अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ा था.
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मेहरानगढ़ दुखान्तिका मंच के विजय राव का कहना है कि दोनों सरकारों ने लगातार इस जांच रिपोर्ट को लंबित किया. लेकिन अब हाईकोर्ट के आदेश पर सरकार को सोमवार को जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश करनी है. अगर सब कुछ सही हुआ तो शत-प्रतिशत दोषियों के नाम और चेहरे सामने आ जाएंगे.
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गौरतलब है कि 2008 में 30 सितंबर को अलसुबह मेहरानगढ़ में नवरात्र के पहले दिन मां चामुंडा के दर्शन करने के श्रद्धालुओं में भगदड़ में जाने से 216 युवाओं की मौत हो गई थी. जिसकी जांच के लिए सरकार ने जस्टिस चोपड़ा की अध्यक्षता में एक आयोग का गठन किया था. लेकिन इसकी जांच रिपोर्ट सरकार ने सार्वजनिक नहीं की. इसको लेकर राजस्थान हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. लगातार सुनवाई के बाद हाईकोर्ट के निर्देश पर अब सोमवार को सरकार को यह जांच रिपोर्ट पेश करनी है.