लूणी (जोधपुर). कस्बे के सालावास में पहाड़ों के गुफाओं में बना हिंगलाज माता का मंदिर और चामुंडा माता का मंदिर भारत देश का पहला ऐसा मंदिर है, जिसमें विदेशी पर्यटक दर्शन करने के लिए आते है. ऐसे में रविवार को शीतला माता मंदिर में हजारों की तादाद में भक्तगण दर्शन करने के लिए पहुंचे. साथ ही बच्चों ने मेले में जमकर खरीददारी की.
बोरानाडा थाना अधिकारी सुनील चारण ने बताया कि मंदिर और मेले में ड्यूटी पर तैनात पुलिस जवानों ने सुरक्षा जाब्ता के साथ कोरोना वायरस को लेकर मास्क पहने हुए है. साथ ही पुलिस पुख्ता के साथ मौजूद रहे.
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बता दें कि इस मंदिर में सभी धर्मों के लोग दर्शन करने के लिए आते हैं. यह परंपरा कई भावी पिडी दर पिडी पुरानी परंपरा चलती आ रही है. इसी परंपरा के अनुसार ही लूणी कस्बे के आसपास सैकड़ों गांवों के लोग दर्शन करने के लिए आ रहे हैं. मंदिर पुजारी मूल भारती ने बताया 500 वर्ष पहले हिंगलाज माता मंदिर और चामुंडा माता के मंदिर में भगवान की मूर्तियां अपने आप ही धारण हुई है. जिससे लोगों ने पहाड़ी पर ही मंदिर बनवा लिया गया है.
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आज पूरे क्षेत्र में शीतला माता मंदिर में हजारों की तादाद में भक्तगण दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. साथ ही इस मंदिर में अनेक प्रकार की बीमारियों से भी ग्रसित रोगों से मुक्ति मिलती है. इसी दौरान बच्चों के जात-झडुले उतारे जाते हैं. इस मंदिर में विवाहित जोड़ा माता के दर्शन कर खुशहाली की कामना कर मन्नत मांगते है.