लूणी (जोधपुर). कोरोना महामारी ने पूरे देश को लॉक कर दिया था. ऐसे में सरकार ने अनलॉक के साथ धीरे-धीरे सभी चीजों पर छूट दी. सरकार द्वारा 21 सितंबर से पूरे देश में 9वीं से 12वीं तक के स्कूल खोल दिए गए. वहीं, स्कूल तो खुल गए, लेकिन बच्चे कम होने के चलते अभी पढ़ाई सही ढंग से शुरू नहीं हुई है.
ऐसे में लूणी के शिक्षक समय का सदुपयोग करते हुए विद्यालय की दशा सुधारने में लगे हुए हैं. बता दें कि राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय और राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय सिवांची गेट पहला पुलिया परिसर में शिक्षकों ने पूरी मेहनत और लगन से विद्यालय की काया पलट दी है.
शिक्षकों ने विद्यालय परिसर में एक अभियान चलाते हुए कटीली झाड़ियों को काटकर साफ-सफाई की. विद्यालय प्रधानाचार्य किशोर कुमार ने बताया कि कोरोना में पहले तो शिक्षकों की ड्यूटी चेक पोस्ट पर लगाई गई थी. इसके बाद उन्हें सर्वे का कार्य दे दिया गया. अब रोजाना 2 घंटे का समय निकालकर शिक्षक विद्यालय प्रांगण में साफ-सफाई कर पर्यावरण को हरा-भरा बनाने में जुटे हुए है.
इस दौरान शिक्षकों ने मौसमी बिमारियों को देखते हुए विद्यालय में बारिश के समय में छत के ऊपर से कचरा भी हटाया. वहीं, दूसरी ओर विद्यालय में शिक्षकों के द्वारा टेबल और कुर्सियों पर कलर भी किया गया, साथ ही विद्यालय के 55 स्टाफ ने मिलकर विद्यालय में घास-फूस और कटीली झाड़ियों को काट साफ-सफाई की.
घर की सफाई करते हैं तो स्कूल की क्यों नहीं...
शिक्षकों ने बताया कि जब अपने घर घरों की साफ सफाई कर सकते हैं, तो विद्यालय की साफ सफाई क्यों नहीं कर सकते है. हमारा आधा समय विद्यालय में ही बीतता है. वहीं, विद्यालय परिसर में काफी गंदगी फैल गई थी. जिसके बाद स्टाफ द्वारा रोजाना 2 घंटे तक नियमित श्रमदान किया गया, साथ ही उन्होंने कहा कि जब हम घर में साफ सफाई कर सकते हैं, तो विद्यालय भी तो हमारा घर जैसा है.