जोधपुर. भारतीय सेना में कार्यरत जिले के भोपालगढ के अरटिया कलां निवासी रामप्रसाद शहीद हो गए. जम्मू कश्मीर में तैनात रामप्रसाद सेना में हवालदार के पद पर कार्यरत थे. कुछ दिनों पहले बर्फ में दबने के बाद उन्हें गंभीर हालत में चंडीगढ़ के अस्पताल में भर्ती किया गया था. अस्पताल में उपचार के दौरान बुधवार को उनका निधन हो गया.
अरटियां कलां निवासी राजेंद्र सिंह ने बताया कि रामप्रसाद 1999 में सेना में भर्ती हुए थे. उनके माता पिता का देहांत हो चुका है. उनके परिवार में पत्नी, बेटी मोनिका, बेटा सुभाष और राहुल हैं. सभी जोधपुर में रहते हैं. 7 फरवरी को राजेंद्र सिंह छुट्टी पर घर आने वाले थे. लेकिन इस बीच हुए हादसे में वो घायल हो गए थे. बर्फ में दबने के कारण उनका इलाज चल रहा था. आज उनके निधन की सूचना मिलने पर गांव में शोक की लहर दौड़ गई. उनकी पत्नी और बच्चे भी गांव आ गए. रामप्रसाद के तीन भाई गांव में ही रहते हैं. रामप्रसाद का पार्थिव देह गुरुवार को जोधपुर पहुंचेगा. शहीद का अंतिम संस्कार अरटियां कलां में किया जाएगा.
गत माह सुखाराम ने दिए प्राण : दिसंबर के अंतिम सप्ताह में सिक्कम में आर्मी का ट्रक खाई में गिर गया था. हादसे में सेना के 16 जवानों की मौत हो गई थी. इनमें जोधपुर के बावडी के सांवता खुर्द निवासी सुखाराम भी शामिल थे. सुखाराम के पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया था.