जोधपुर. कहावत है कि बाप नंबरी बेटा दस नंबरी, लेकिन यहां उल्टा है. बेटा नंबरी तो बाप दस नंबरी निकला. ये कहावत सटीक बैठती है झांसेबाज मोहम्मद अनस और उसके पिता मोहम्मद न्याज पर, जिन्हें जोधपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इन दोनों के कारनामों को सुन आप सिर पर हाथ रखने को मजबूर हो जाएंगे. पुलिस अधिकारियों के नाम का दुरुपयोग कर बेटे के हिस्ट्रीशीटर से 18 लाख से अधिक की राशि लेने पर गिरफ्तारी के बाद अब परते खुलनी शुरू हुई है. दोनों बाप-बेटों के खिलाफ देवनगर थाने में एक मामला दर्ज हुआ है. जिससे पता चलता है कि अनस से ज्यादा शातिर उसका पिता है. जिसने एक व्यापारी को अपने झांसे में लिया और फिर उससे अनस की शाही शादी के लिए करोड़ो रुपए ले लिए. शातिर ने व्यापारी को रुपयों की एवज में जमीन के फर्जी कागजात दिखाए.
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हालांकि, जब व्यापारी को उस पर शक हुआ तो काफी देर हो चुकी थी और बेटे ने पुलिसवालों से अपने रिश्ते होने की धौंस दिखाई. वहीं, अपने रुपयों के लिए बीते आठ साल से व्यापारी इनके पीछे घूम रहा है. आखिरकार जब एक मामले में अनस गिरफ्तार हुआ तो उसने देवनगर थाने में उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस ने दोनों बाप-बेटों के खिलाफ साजिश कर धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया है. पुलिस की ओर से बताया गया कि ठगी की ये घटना साल 2015 से 2022 के बीच की है. जिसको लेकर देवनगर थाना पुलिस ने चोपासनी हाउसिंग बोर्ड के सेक्टर 9 निवासी कैलाश तोलानी की रिर्पोट पर झांसेबाज बाप-बेटे के खिलाफ षड्यंत्र कर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. थानाधिकारी जयकिशन सोनी ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है. फिलहाल अनस राजीव गांधी नगर थाना पुलिस की गिरफ्त में है और उससे पूछताछ की जा रही है.
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निगम कर्मचारी बन ठगे दो करोड़ः देवनगर थाने में जो मामला दर्ज हुआ. उसमें केलाश तोलानी ने आरोप लगाया है कि अनस और उसके पिता मोहम्मद न्याज 2015 में त्रिपोलिया में एक निर्माण कार्य के दौरान उससे निगम कर्मचारी बनकर मिले थे. दोनों आरोपियों ने धीरे-धीरे उनसे संपर्क बढ़ाया और फिर एक दिन रोहट में उनकी जमीन होने की बात कही. जिसका तीन करोड़ में सौदा होने की उन्हें जानकारी दी गई. इसके बाद झांसेबाज मोहम्मद न्याज ने अपने बेटे की शाही शादी की बात कहकर उनसे रुपए लिए और कहा कि जमीन के बिकते ही वो उन्हें रुपए लौटा देगा.
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दिखाते थे पुलिस की धौंसः व्यापारी ने आगे बताया कि वो इनकी बातों में आ गया. आहिस्ते-आहिस्ते उसने उन्हें रुपए देने शुरु किए और तो और न्याज ने बिना पूछे तोलानी की फर्म का नाम शादी के कार्ड में छपवा दिया. शादी के बाद रुपए मांगने पर टाल मटोल करने लगा. इस बीच कोरोना संक्रमण का दौर शुरू हो गया. ऐसे में अब आरोपी की ओर से कहा गया कि जमीन के रुपए नहीं आए. वहीं, अधिक दबाव देने पर चौखा में जमीन देने की बात कही. जिसकी तोलानी ने पड़ताल शुरू की तो उसे पता चला कि जमीन किसी अन्य के नाम पर है. इसके बाद दोनों बाप-बेटे अधिकारियों की धौंस दिखाने लगे. वो कहने लगे उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा. उनकी तो पुलिस में पहचान है. हाल ही में अनस गिरफ्तार हुआ तो तोलानी पुलिस के पास पहुंचा और उसने पुलिस को पूरी घटना से अवगत कराया.
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छह दिन से रिमांड परः हिस्ट्रीशीटर उमेद सिंह फौजी के खिलाफ दर्ज एक पॉक्सो के मामले को रफा दफा करवाने के लिए उसने पुलिस अधिकारियों के नाम का दुरुपयोग कर 18 लाख से अधिक की राशि ली थी. जबकि पुलिस ने फौजी के खिलाफ चालान पेश कर दिया था. गिरफ्तारी होने पर उसे पता चला कि अनस ने उसके साथ धोखाधड़ी की है. मामले में पुलिस के अधिकारियों के नाम आने पर कमिश्नर ने जांच एसीपी चक्रवर्ती सिंह को सौंपी. लगातार पूछताछ किए जाने पर एक के बाद एक कड़ियां खुलने लगी. वहीं, एक अन्य पीड़ित के सामने आने पर देवनगर थाने में मंगलवार शाम को एक और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया.
महंगी गाड़ियां, लग्जरी लाइफः अनस ने सोशल मीडिया पर अपने नाम से ग्रुप 34 बना रखा है. इस ग्रुप में उसके शौक मौज से जुड़ी तस्वीरें अपलोड की गई हैं. जिसमें कई पुलिस अधिकारियों के साथ उसकी तस्वीरें हैं. एसीपी प्रेम धणदे, आईजी पीरामजी सहित कई एसएचओ के साथ उसकी तस्वीरें सामने आई है. फोटो में मर्सिडीज, ऑडी वैन जैसी महंगी गाड़ियां भी देखी गई. इतना ही नहीं शहर की सड़कों पर बिना नंबर की गाड़ियां निकलने का उसका वीडियो भी रील बनाकर डाली गई है. बताया जा रहा है कि अनस यह महंगी गाड़ियां पुलिसवालों को उनके शहर से बाहर आने जाने के लिए उपलब्ध करवाता रहा है.
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नायक नहीं...खलनायक हूं मैंः सोशल मीडिया पर अनस ने अपनी गाड़ियों की रील अपलोड की है. साथ ही उसने अपनी गाड़ियों के साथ एक रील के कैप्शन लिखा है कि न फूफा हमारा सांसद है और न चाचा हमारा विधायक. नायक नहीं खलनायक हूं मैं. एक अन्य रील में डिवाइडर से कार कूदाते हुए उसने लिखा है कि आन रोड गैंगेस्टर यह तो सिर्फ ट्रेलर है पिक्चर अभी बाकी है. अनस का शहर के पास एक फार्म हाउस भी है, जहां उसने घोड़े पाल रखे हैं.
पुलिस अधिकारियों के बनाए घरः अनस अपने पिता के साथ रियल स्टेट का काम करता है. वह लोगों के घर बनाने के ठेके लेता है. उसने शहर में कई पुलिसकर्मियों के भी घर बनाए हैं. फिलहाल जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट में तैनात थानाधिकारियों के घर भी उसकी देखरेख में ही बन रहे हैं. पुलिस अधिकारियों के घरों के काम का हवाला देकर वह अन्य काम भी हासिल कर लेता था.