जोधपुर. कोरोना के चलते कई पाठ्यक्रमों के छात्रों को सरकार ने बिना परीक्षा के ही प्रमोट करते हुए अगली कक्षा लिए योग्य मानने की घोषणा कर दी थी. साथ ही सरकार ने अपने निर्णय में ये भी स्पष्ट किया था कि अंतिम वर्ष के किसी भी छात्र को बिना परीक्षा के पास नहीं किया जाएगा. ऐसे में अंतिम वर्ष की परीक्षाएं सरकार ने कोरोना के बीच ही करवाई. लेकिन, अब व्यवसायिक पाठ्यक्रम से जुड़े छात्र भी बिना परीक्षा के ही अगले वर्ष में प्रवेश देने की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं.
इनमें सबसे आगे नर्सिंग स्टूडेंट हैं. वह भी खासतौर से सरकारी मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत चलने वाली नर्सिंग कॉलेज के स्टूडेंट. इन स्टूडेंट्स ने कोरोना काल में कोरोना सर्वेश और वादों में बतौर साहेब ड्यूटी की थी. जिसको लेकर अब ये छात्र मांग कर रहे हैं कि ड्यूटी के कारण उनकी पढ़ाई नहीं हुई थी. लेकिन उन्होंने कोरोना काल में अपनी सेवाएं दीं थीं. ऐसे में उन्हें अब अगले कक्षा में प्रमोट किया जाए.
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सोमवार को जोधपुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स ने अपनी इसी मांग को लेकर कलेक्टर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन सौंपा है. नर्सिंग छात्रों का कहना है कि अगर सरकार ने उनकी मांगें समय पर नहीं मानी तो, प्रदेश में उग्र आंदोलन किया जाएगा. इसके अलावा दक्षिण एक्सप्रेस में मांगे नहीं माने जाने पर समय-समय पर दी जाने वाली अपनी सेवाओं से भी दूरी बनाने की बात कही है. वहीं राजस्थान हेल्थ यूनिवर्सिटी ने अपने नर्सिंग स्टूडेंट्स को प्रमोट कर दिया है. इसके अलावा अन्य राज्यों में भी नर्सिंग स्टूडेंट्स को प्रमोट कर दिया गया है.