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Jodhpur Mass Murder : 7 माह की मासूम को चूल्हे में डाला, बाकी शवों को एक दूसरे पर रख झोपड़े में लगाई आग

जोधपुर सामूहिक हत्याकांड की खौफनाक तस्वीर सामने आई है. इस दिल दहला देने वाली घटना में हत्यारे ने 7 माह की मासूम को भी नहीं बख्शा और उसे चूल्हे में डाल दिया. उसके बाद बाकी शवों को एक दूसरे पर रख झोपड़े में आग लगा दी.

Jodhpur Family Murder Case
जोधपुर में दिल दहला देने वाली घटना
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Published : Jul 19, 2023, 4:58 PM IST

जोधपुर. ओसियां थाना अंतर्गत रामनगर ग्राम पंचायत की गंगाणियों की ढाणी निवासी पूनाराम जाट सहित परिवार के चार लोगों की नृशंस हत्या मंगलवार रात में कर दी गई. हत्या के बाद शवों को झोपड़े में डालकर आग लगाई गई. बुधवार सुबह 7 माह की मासूम का शव चूल्हे में मिला था. शव पूरी तरह से जल गया था. अब पूनाराम के परिवार में बेटे हरीश और रेवतराम ही बचे हैं. यह परिवार खेती बाड़ी का काम करता था.

हरीश का परिवार चामू स्थिति ट्यूबवेल पर था. हरीश के अनुसार पूरा परिवार शांति से जीवन यापन कर रहा था. जब भी सब घर वाले साथ होते थे तो शाम को एक जगह बैठकर साथ में खाना खाते थे. हमारी किसी से कोई दुश्मनी या रंजिश नहीं थी, फिर भी न जाने क्यों हमारे साथ ऐसा हुआ. पड़ोसियों के अनुसार भी पूनाराम के परिवार की किसी के साथ कोई रंजिश नहीं थी. बता दें कि इस घटना में पूनाराम जाट (55 वर्ष), भंवरी देवी (50 वर्ष), धापू देवी (24 वर्ष) और मनीषा (7 माह) की मौत हुई है.

Jodhpur Mass Murder
मृतकों की तस्वीर

दोनों भाई नहीं थे रात में घर पर : मंगलवार शाम की बात बताते हुए हरीश फफक पड़ा. उसने बताया कि पिताजी ने कहा था कि खाना खाकर जाना, लेकिन मैंने कहा कि मौसम खराब हो रहा है, इसलिए चामू स्थित ट्यूबवेल जाना है. मैं यह कहकर रात को 8 बजे निकल गया. बदकिस्मती से मंगलवार को भाई रेवतराम जो कि स्टोन कटिंग का काम करता है, वह भी घर नहीं आ पाया था. उसने अपनी पत्नी धापू को फोन कर बताया कि वह आज नहीं आ सकेगा, काम ज्यादा है. इसलिए रेवत भी नहीं आ सका. अगर हम दोनों घर पर रहते तो शायद यह नहीं होता.

पढे़ं : Rajasthan Crime : जोधपुर में भतीजे ने ही चाचा-चाची, भाभी और भतीजी को उतारा मौत के घाट, जानिए पूरी कहानी...

पढ़ें : Jodhpur Mass Murder : जोधपुर में एक ही परिवार के 4 सदस्यों की गला काट कर हत्या, शव जलाने का प्रयास

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खिंयाराम ने बयां किए हालात : पूनाराम के घर के नजदीक रहने वाले खिंयाराम को सुबह 5 बजे पूनाराम के घर में धुआं नजर आया. उन्होंने बताया कि वे तुरंत घर के नजदीक गए. आवाज दी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. दरवाजा खोला तो अंदर देखा तो डर गया. पूनाराम, उनकी पत्नी और पुत्रवधु के शव एक दूसरे के उपर पड़े थे, जबकि मासूम बच्ची का शव चूल्हें में पड़ा था.

Jodhpur Family Murder Case
घटनास्थल पर पूनाराम के बेटे और इकट्ठा हुए लोग

झोपड़े में आग लगाई गई थी, इससे शव भी जलने लगे थे. मैंने तुरंत दूसरे लोगों को बताया और 100 नंबर पर पुलिस को सूचित किया. दो-तीन लोग और आए तो हमने पानी डाल कर आग बुझानी शुरू की. हरीश और रेवतराम को भी फोन किया. पुलिस ने आते ही शवों को बाहर निकाला. खिंयाराम ने बताया कि मैं तो पड़ोस में रहता हूं, लेकिन मैंने कभी इनका किसी के साथ विवाद नहीं देखा.

जोधपुर. ओसियां थाना अंतर्गत रामनगर ग्राम पंचायत की गंगाणियों की ढाणी निवासी पूनाराम जाट सहित परिवार के चार लोगों की नृशंस हत्या मंगलवार रात में कर दी गई. हत्या के बाद शवों को झोपड़े में डालकर आग लगाई गई. बुधवार सुबह 7 माह की मासूम का शव चूल्हे में मिला था. शव पूरी तरह से जल गया था. अब पूनाराम के परिवार में बेटे हरीश और रेवतराम ही बचे हैं. यह परिवार खेती बाड़ी का काम करता था.

हरीश का परिवार चामू स्थिति ट्यूबवेल पर था. हरीश के अनुसार पूरा परिवार शांति से जीवन यापन कर रहा था. जब भी सब घर वाले साथ होते थे तो शाम को एक जगह बैठकर साथ में खाना खाते थे. हमारी किसी से कोई दुश्मनी या रंजिश नहीं थी, फिर भी न जाने क्यों हमारे साथ ऐसा हुआ. पड़ोसियों के अनुसार भी पूनाराम के परिवार की किसी के साथ कोई रंजिश नहीं थी. बता दें कि इस घटना में पूनाराम जाट (55 वर्ष), भंवरी देवी (50 वर्ष), धापू देवी (24 वर्ष) और मनीषा (7 माह) की मौत हुई है.

Jodhpur Mass Murder
मृतकों की तस्वीर

दोनों भाई नहीं थे रात में घर पर : मंगलवार शाम की बात बताते हुए हरीश फफक पड़ा. उसने बताया कि पिताजी ने कहा था कि खाना खाकर जाना, लेकिन मैंने कहा कि मौसम खराब हो रहा है, इसलिए चामू स्थित ट्यूबवेल जाना है. मैं यह कहकर रात को 8 बजे निकल गया. बदकिस्मती से मंगलवार को भाई रेवतराम जो कि स्टोन कटिंग का काम करता है, वह भी घर नहीं आ पाया था. उसने अपनी पत्नी धापू को फोन कर बताया कि वह आज नहीं आ सकेगा, काम ज्यादा है. इसलिए रेवत भी नहीं आ सका. अगर हम दोनों घर पर रहते तो शायद यह नहीं होता.

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खिंयाराम ने बयां किए हालात : पूनाराम के घर के नजदीक रहने वाले खिंयाराम को सुबह 5 बजे पूनाराम के घर में धुआं नजर आया. उन्होंने बताया कि वे तुरंत घर के नजदीक गए. आवाज दी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. दरवाजा खोला तो अंदर देखा तो डर गया. पूनाराम, उनकी पत्नी और पुत्रवधु के शव एक दूसरे के उपर पड़े थे, जबकि मासूम बच्ची का शव चूल्हें में पड़ा था.

Jodhpur Family Murder Case
घटनास्थल पर पूनाराम के बेटे और इकट्ठा हुए लोग

झोपड़े में आग लगाई गई थी, इससे शव भी जलने लगे थे. मैंने तुरंत दूसरे लोगों को बताया और 100 नंबर पर पुलिस को सूचित किया. दो-तीन लोग और आए तो हमने पानी डाल कर आग बुझानी शुरू की. हरीश और रेवतराम को भी फोन किया. पुलिस ने आते ही शवों को बाहर निकाला. खिंयाराम ने बताया कि मैं तो पड़ोस में रहता हूं, लेकिन मैंने कभी इनका किसी के साथ विवाद नहीं देखा.

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