जोधपुर. प्रदेश सरकार ने प्रदेश के नवीन जिलों के गठन का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. इसमें जोधपुर जिले के तीन टुकड़े हो गए हैं. अब जोधपुर शहर, ग्रामीण व फलौदी जिले सृजित हुए हैं. जोधपुर शहर में अब सिर्फ जोधपुर नगर निगम उत्तर व दक्षिण का क्षेत्र रहेगा. इसके अलावा कुडी भगतासनी को शामिल किया गया है.
फलौदी जिले में फलौदी, लोहावट, आउ, देचू बाप व बापिणी उपखंड की कुल 8 तहसीलें शामिल की गई हैं. इसी तरह से जोधपुर ग्रामीण जिले में लूणी, बिलाडा, भोपालगढ, पीपाड सिटी, ओसियां, बावडी, शेरगढ और बालेसर उपखंड की 12 तहसीलें शामिल की गई हैं. जोधपुर ग्रामीण का मुख्यालय जोधपुर शहर में रहेगा.
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यूं बटेंगी जनसंख्याः जोधपुर जिले में वर्तमान में मौजूद जनाधार कार्ड से जुडे़ लोगों की संख्या से अनुमानित वर्तमान जनसंख्या 45 लाख के पार हो गई है. जोधपुर के दोनों नगर निगम क्षेत्र में करीब 3 लाख जनाधार कार्ड हैं. अनुमानित रूप से जोधपुर जिले में 15 लाख की जनसंख्या रहेगी. जबकि फलौदी जिले की जनसंख्या 10 लाख के आस पास होगी. शेष 20 लाख जोधपुर ग्रामीण जिले की जनसंख्या होगी.
जोधपुर संभाग में 6 जिलेः पाली को नया संभाग बनाने के बाद भी जोधपुर संभाग में पूर्व की तरह 6 जिले रहेंगे. यह बात अलग है कि इनमें नए जिले शामिल किए गए हैं. जोधपुर संभाग में अब जोधपुर, जोधपुर ग्रामीण व फलौदी के अलावा जैसलमेर, बाड़मेर व बालोतरा को शामिल किया गया है. जबकि जोधपुर संभाग से अलग कर बनाए गए नए संभाग पाली में सिरोही, जालौर, सांचौर व पाली जिला रहेगा. पाली जिले से जैतारण व रायपुर को निकाल कर ब्यावर जिले में डाल दिया है.
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जोधपुर से खत्म हुआ प्रशासनिक संबंधः सरकार द्वारा नए जिले व संभाग के गठन के साथ ही जोधपुर से पाली, जालौर, सिरोही व सांचौर जिले का प्रशासनिक संबंध पूरी तरह से खत्म हो जाएगा. जबकि बरसों तक जोधपुर संभागीय आयुक्त व आईजी रेंज पूरे संभाग के मुखिया रहे थे. अब नए संभागीय आयुक्त के साथ-साथ नए पुलिस महानिरीक्षक रेंज का पद भी सृजित होगा. जोधपुर का संबंध नागौर जिले से जुड़ा रहा है. खासकर जोधपुर जिले से सटे उपखंड व तहसीलों के लोगों का सीधा जुड़ाव जोधपुर से रहा है. ऐसे में उनकी मांग थी कि उन्हें जोधपुर संभाग से जोड़ा जाए. लेकिन सरकार ने नागौर को अजमेर संभाग में ही रखा है.