जोधपुर. श्री राजपूत करणी सेवा के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के मर्डर की घटना की जिम्मेदारी जेल में बंद लॉरेंस विश्नोई के गुर्गे रोहित गोदारा ने ली है. बता दें कि जयपुर के श्यामनगर में दिनदहाड़े गोगामेड़ी के घर में घुसकर उनकी बदमाशों ने हत्या कर दी. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालकर रोहित गोदारा गैंग ने कहा कि आज जो हत्या हुई है उसकी पूरी जिम्मेदारी हम लेते हैं.
लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा के तार जोधपुर से भी जुड़े हैं ऐसे में जोधपुर पुलिस भी सतर्क हो गई है. खास तौर से जोधपुर ग्रामीण और फलोदी पुलिस अधीक्षकों को को रेंज आई जयनारायण ने अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. जोधपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक ने जिले में हथियारबंद नाकाबंदी के निर्देश दिए है.
लॉरेंस का यह है जोधपुर कनेक्शन: बताया जाता है कि लॉरेंस के गुर्गे जोधपुर के ग्रामीण इलाके में कई गांव में मौजूद हैं जिनकी गतिविधियों पर नजर रखना जरूरी है. पिछले साल सीकर में राजू ठेहट की हत्या के बाद बीकानेर पुलिस ने 16 दिसंबर को जिले के भोजाकोर में दबिश देकर मनीष और हनुमान उर्फ लादेन को पकड़ा था. इस दबिश में राजू मांजू और दूसरे बदमाश मौके से फरार हो गए थे. जब पुलिस ने उसे पकड़ा तो उसका रोहित गोदारा से कनेक्शन सामने आया था.
कई राज्यों में फैला है लॉरेंस गैंग का नेटवर्क: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई भले ही जेल में बंद है लेकिन उसके गुर्गे जोधपुर, बीकानेर, सीकर से लेकर पंजाब तक फैले हुए हैं. 2017 में लॉरेंस ने पहली बार जोधपुर में एक ट्रेवल्स व्यवसायी मनीष जैन और निजी अस्पताल के मालिक डॉक्टर सुनील चांडक पर रंगदारी वसूलने के लिए गोलियां चलवाई थी. सरदारपुरा में एक मोबाइल व्यवसायी वासुदेव इसरानी की गोली मारकर हत्या भी की गई थी. जोधपुर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लॉरेंस के गुर्गों को पकड़ा, साथ में लॉरेंस को भी पंजाब से जोधपुर लाई और यहां पर उसके खिलाफ चार्ज शीट पेश की थी.
पढ़ें:सुखदेव सिंह की हत्या के बाद करणी सेना चर्चा में, इन मुद्दों पर राष्ट्रीय स्तर पर आए थे सुर्खियों में
अनमोल चला रहा है गैंग: लॉरेंस एनआईए की हिरासत में है और दिल्ली जेल में है. लॉरेंस का भाई अनमोल विश्नोई अभी गैंग को विदेश से ऑपरेट कर रहा है. बताया जा रहा है कि वह कनाडा या फिर किसी अन्य यूरोपीय देश से गैंग को ऑपरेट कर रहा है. अनमोल की भी लोहावट, फलोदी और उसके आगे बीकानेर के इलाकों में बदमाशों में काफी पकड़ है. अनमोल के कई लोग यहां सक्रिय हैं. कुछ दिनों पहले उसका गुर्गा उम्मेद सिंह को पुलिस ने पकड़ा था.