जोधपुर. शहर में जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के कर्मचारी संघ की ओर से 8 सूत्री मांग पत्र को लेकर सोमवार को जय नारायण व्यास के केंद्रीय कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. कर्मचारियों ने बताया कि पिछले लंबे समय से उनकी कई मांगे लंबित पड़ी है.
ऐसे में विश्वविद्यालय को कई बार अवगत कराने के बाद भी उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया है. जिसके चलते एक कर्मचारी संघ की ओर से फिर से कार्य का बहिष्कार कर प्रदर्शन किया गया है. प्रदर्शन के दौरान कर्मचारी संघ के अध्यक्ष जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय की रजिस्टार चंचल वर्मा से मिले और वार्ता की.
वार्ता के दौरान कर्मचारियों और रजिस्ट्रार के बीच कुछ बिंदुओं पर सहमति बनी और कुछ पर जल्दी ही कार्रवाई का आश्वासन दिया गया. संयोजक अशोक व्यास ने बताया कि कर्मचारियों के निम्न मांगों पर ध्यान आकर्षित कराया. जिसमें विद्यालय के समस्त अशैक्षणिक और सहायक कर्मचारियों को परिलाभ राज्य सरकार की ओर से सातवां वेतन आयोग के आदेश अनुसार प्रदान किया जाए.
साथ ही विश्वविद्यालय में लंबे समय से रिक्त पड़े पदों को तत्काल भरा जाए. जिससे कि कर्मचारियों पर काम का दबाव ज्यादा ना हो. साथ ही विश्वविद्यालय में कार्यरत अशैक्षणिक सहायक कर्मचारी जो कनिष्ठ लिपिक प्रयोगशाला परिचायक पुस्तकालय सहायक की योग्यता रखते हैं और जिन्हें 5 वर्ष का कार्य अनुभव उसको वरीयता सूची के आधार पर सिंडिकेट की ओर से निर्मित 25 फीसदी आरक्षित कोटे के अनुसार पदोन्नत किया जाए.
विश्वविद्यालय में कार्यरत समस्त वर्ग के कर्मचारियों को वरिष्ठता सूची के आधार पर तत्काल प्रभाव से पदोन्नति की जाए. साथ ही अलग-अलग विभिन्न 8 सूत्री मांगों को लेकर कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय के रजिस्टार को ज्ञापन सौंपा और उनकी मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की.