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कांगों का मरीज सामने आने के बाद संक्रामक रोगों के उपचार के लिए बनाया गया सेप्रेड वार्ड - Infection disease ward

जोधपुर जिले में कांगों सहित अन्य संक्रामक रोगों के संदिग्ध रोगियों के उपचार के लिए मथुरादास माथुर अस्पताल में इंफेक्शन डिजीज वार्ड बनाया गया है. जिसमें संक्रमित रोग से ग्रसित मरीजों को रखा जाएगा. हालांकि अभी अब्दुल कलाम नगर निवासी इकबाल के अलावा कोई भी पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया है.

इंफेक्शन डिजीज वार्ड, Infection Disease Ward
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Published : Sep 9, 2019, 8:08 PM IST

जोधपुर. जिले में कांगों सहित अन्य संक्रामक रोगों के संदिग्ध रोगियों के उपचार के लिए मथुरादास माथुर अस्पताल में इंफेक्शन डिजीज वार्ड बनाया गया है. जिसमें संक्रमित रोग से ग्रसित मरीजों को रखा जाएगा. हालांकि, अभी अब्दुल कलाम नगर निवासी इकबाल के अलावा कोई भी पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया है. इकबाल की जांच और उपचार सभी अहमदाबाद में हुआ था.

संक्रामक रोगियों के लिए बनाया गया इंफेक्शन डिजीज वार्ड

लेकिन राज्य सरकार के निर्देश पर एमडीएम अस्पताल में एक अलग से व्यवस्था कर दी गई है. एमडीएमएच अधीक्षक डॉ. एमके आसेरी ने बताया कि लोगों को वायरल में भी कांगों होने का शक होता है. लेकिन हमारे पास अभी कोई कांगों का रोगी सामने नहीं आया है और ना ही कोई संदिग्ध रोगी अभी उपचार के लिए भर्ती हुआ है.

पढ़ें- प्रदेश की मंड़ी में भारी उतार-चढ़ाव, जानिए आज मंंडी में क्या रहा खास

राज्य सरकार के निर्देश पर हमने ऐसे मरीजों के लिए पूरी व्यवस्था कर दी है. साथ ही अलग से बनाए गए वार्ड में आईसीयू स्तर की सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई है. इधर जोधपुर में जयपुर और दिल्ली की टीमों ने सर्वे का भी काम पूरा कर लिया. जोधपुर से भेजे गए कांगों के सभी संदिग्धों के नमूने नेगेटिव आने की सूचना स्वास्थ्य विभाग को मिली है. जिसके बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली. वहीं कई इलाकों में जहां पशुपालन का काम चल रहा है वहां पायरेथ्रियम का छिड़काव सहित अन्य गतिविधियां अभी चल रही है.

जोधपुर. जिले में कांगों सहित अन्य संक्रामक रोगों के संदिग्ध रोगियों के उपचार के लिए मथुरादास माथुर अस्पताल में इंफेक्शन डिजीज वार्ड बनाया गया है. जिसमें संक्रमित रोग से ग्रसित मरीजों को रखा जाएगा. हालांकि, अभी अब्दुल कलाम नगर निवासी इकबाल के अलावा कोई भी पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया है. इकबाल की जांच और उपचार सभी अहमदाबाद में हुआ था.

संक्रामक रोगियों के लिए बनाया गया इंफेक्शन डिजीज वार्ड

लेकिन राज्य सरकार के निर्देश पर एमडीएम अस्पताल में एक अलग से व्यवस्था कर दी गई है. एमडीएमएच अधीक्षक डॉ. एमके आसेरी ने बताया कि लोगों को वायरल में भी कांगों होने का शक होता है. लेकिन हमारे पास अभी कोई कांगों का रोगी सामने नहीं आया है और ना ही कोई संदिग्ध रोगी अभी उपचार के लिए भर्ती हुआ है.

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राज्य सरकार के निर्देश पर हमने ऐसे मरीजों के लिए पूरी व्यवस्था कर दी है. साथ ही अलग से बनाए गए वार्ड में आईसीयू स्तर की सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई है. इधर जोधपुर में जयपुर और दिल्ली की टीमों ने सर्वे का भी काम पूरा कर लिया. जोधपुर से भेजे गए कांगों के सभी संदिग्धों के नमूने नेगेटिव आने की सूचना स्वास्थ्य विभाग को मिली है. जिसके बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली. वहीं कई इलाकों में जहां पशुपालन का काम चल रहा है वहां पायरेथ्रियम का छिड़काव सहित अन्य गतिविधियां अभी चल रही है.

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Body:कांगों का मरीज सामने आने के बाद, संक्रामक रोगों के उपचार के लिए बनाया  वार्ड 


जोधपुर। कांगों सहित अन्य संक्रामक रोगों के संदिग्ध रोगियों के उपचार के लिए मथुरादास माथुर अस्पताल में इंफेक्शन डिजीज वार्ड बनाया  गया है। जिसमें ऐसे रोगों के मरीजों को रखा जाएगा हालांकि अभी अब्दुल कलाम नगर निवासी इकबाल के अलावा कोई भी पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया है। हालांकि अभी इकबाल का उपचार एवं जांच सभी अहमदाबाद में हुआ था। लेकिन राज्य सरकार के निर्देश पर एमडीएम अस्पताल में एक अलग से व्यवस्था करदी है। एमडीएमएच अधीक्षक डॉ एमके आसेरी ने बताया कि लोगों को वायरल में भी कांगों होने का शक होता हे लेकिन हमारे पास अभी कोई कांगों का रोगी सामने नहीं आया है। न ही कोई संदिग्ध रोगी अभी उपचार के लिए भर्ती हुआ है। लेकिन ऐसे मरीजों के लिए हमने पूरी व्यवस्था कर दी है अलग बनाए गएवार्ड में आईसीयू स्तर की सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई है। इधर जोधपुर में जयपुर व दिल्ली की टीमों ने सर्वे का भी काम पूरा कर लिया। जोधपुर से भेजे गए कांगों के सभी संदिग्धों के नमूने नेगेटिव आने की सूचना स्वास्थ्य विभाग को मिली है। इसके बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली है लेकिन कई इलाकों जहां पशुपालन का काम चल रहा है वहां पायरेथ्रियम का छिडकाव सहित अन्य गतिविधियां अभी चल रही है।

डॉ एमके आसेरी, अधीक्षक एमडीएम अस्पताल


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