जोधपुर. जिले के ओसियां कस्बे से 30 किलोमीटर दूर चेराई गांव के बाजार से आधा किमी दूर नाडी की पाल में झाडियों के बीच पिछले कुछ समय से अवैध बूचड़खाने का संचालन हो रहा था. जिसकी किसी को कानों कान खबर नहीं थी. गौरतलब है कि यहां से गुजरते हुये कुछ स्कूली बच्चों ने रास्ते में मांस के बिखरे हुए टुकड़े देखे, तो उन्होंने बाजार में जाकर ग्रामीणों को इसकी सूचना दी. जिस पर ग्रामीण और व्यापारी मौके पर आए तो उन्होंने नाडी की पाल से थोड़ी दूरी पर झाड़ियों में पशुओं को काटने और खाल सुखाने की जगह देखकर वे आक्रोशित हो गए.
थोड़ी ही देर में देखते ही देखते व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिये. सभी एक जगह एकत्र हो गए और ग्रामीणों ने रोष जताते हुए हाइवे जाम करने की चेतावनी दी और धरने पर बैठ गये. इस सबंध में ग्रामीणों ने झाडिय़ों के बीच बनाए गए एक कमरे में दो लोगों को पकड़कर पुलिस को सूचना दी. जिस पर थानाधिकारी बाबूराम डेलू मय जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे.
पढ़ें- प्यार के साइड इफेक्टः प्रेम विवाह करने पर युवती के परिजनों ने युवक को पीट-पीटकर किया अधमरा
वहीं, पुलिस ने पाल मे पेंड़ो से बंधे जानवरों को मुक्त करवा कर कमरे से मांस और हथियार जब्त कर हरियाणा निवासी सुखबीर और सुखदेव बेलदार को गिरफ्तार किया है और पुलिस की ओर से कमरा सीज कर दिया गया है. जिसके बाद व्यापारी और ग्रामीण शांत हुए.
थानाधिकारी डेलू ने बताया कि कमरा ओरण में होने के कारण मामले की जांच वन विभाग को सौंपी गयी है. वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि कमरे के आस-पास मांस के टुकड़े, जानवरों की खाल, हडि्डयां मिलने से लग रहा है कि कई दिनों से यहां अवैध बूचड़खाना खुला हुआ है. वहीं, यह खबर पूरे गांव में आग कि तरह फैल गयी. जिससे मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गयी. वहीं, इस घटना को लेकर वन्य जीव प्रेमियों में भी भारी आक्रोश व्याप्त है.
पढ़ें- उदयपुर में इंसानियत शर्मसार! युवक-युवती के बाल काटे...निर्वस्त्र कर पूरे गांव में घुमाया
इस पूरे मामले को लेकर चौकाने वाली बात यह है कि घटनास्थल से महज आधा किलोमीटर दूर पुलिस चौकी स्थित है. फिर भी इस तरह से अवैध बुचड़खाना संचालित होना पुलिस पर सवालिया निशान खड़े कर देता है. ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर पुलिस के उच्च अधिकारियों को भी अवगत करवा दिया है.