जोधपुर. लंबे समय से राजनीति में एक दूसरे के प्रतिद्वंदी बने जाखड़ और मदेरणा परिवार के बीच सियासी जंग तेज होती जा रही है. 11 अप्रैल को भोपालगढ़ मार्केटिंग सोसाइटी के चुनाव में हुई घटना के बाद जिस तरह से दिव्या मदेरणा ने पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ पर हमला बोला, इसके बाद से बद्री जाखड़ बैकफुट पर आ गए थे. लेकिन एक बार फिर आक्रामक हो गए हैं. जाखड़ ने अब ओसियां विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस से खुद के लिए टिकट मांगा है.
इतना ही नहीं, जाखड़ ने यहां तक कहा है कि मुझे नहीं तो किसी जितने वाले को उम्मीदवार बनाना, क्योंकि दिव्या चुनाव नहीं जीत पाएगी. अगले विधानसभा चुनाव को लेकर दिए अपने बयान में जाखड़ ने कहा कि मुझे गलत बोलने की आदत नहीं है. मैं कांग्रेस पार्टी के लिए मेहनत करता हूं. दिव्या मदेरणा मार्केटिंग के चुनाव के दौरान बीजेपी के उम्मीदवार के पक्ष में आई थी, इसलिए मुझे थोड़ा जोश आ गया और मैंने कुछ कह दिया होगा. लेकिन यह भी सच है कि वो हमेशा बीजेपी की मदद करती आई है. इसलिए आगामी चुनाव में दिव्या मदेरणा ओसियां से बहुत कमजोर प्रत्याशी होगी.
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जाखड़ ने आलाकमान से मांग की है कि अगर ओसियां से कांग्रेस पार्टी को हार चाहिए तो दिव्या मदेरणा को टिकट दे और अगर सीट जीतनी है तो मुझे टिकट दी जाए. दिव्या मदेरणा इस बार ओसियां से चुनाव नहीं जीत पाएगी. जाखड़ ने राहुल गांधी से मांग की है कि आप ऐसे आदमी को टिकट दें जो ओसियां से कांग्रेस की सीट निकाल पाए. दिव्या मदेरणा ने राजस्थान में कांग्रेस की सरकार होते हुए भी जो विकास होने चाहिए थे, वह नहीं किया है. उसका कारण यह है कि वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात नहीं करती है. मैं कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मांग करता हूं कि अगर मुझे टिकट दी जाए तो जीतकर आऊंगा. बद्रीराम जाखड़ ने यह भी दावा किया कि अगर ओसियां से दिव्या मदेरणा की जगह वे विधायक होता तो विकास के चार चांद लगा देता.