जोधपुर. शहर के पर्यटन उद्योग पर कोरोना वायरस भारी पड़ रहा है. विजिटर्स से गुलजार रहने वाला माचिया बायोलॉजिकल पार्क इन दिनों सूना-सूना दिखाई दे रहा है. इस पार्क में सामान्य दिनों में 15 सौ तक विजिटर्स रोजाना आ रहे थे, इससे पार्क की अच्छी खासी कमाई हो रही थी. इसके अलावा कैफेटेरिया, पार्किंग और गोल्फ कोर्ट के जरिए भी पार्क को कमाई हो रही थी. लेकिन फुटफॉल अब 10 फीसदी से भी कम रह गया है. हालांकि कोरोना गाइड लाइन का यहां पालन किया जा रहा है. लेकिन फिलहाल पर्यटक अभी सैर-सपाटे से बचते नजर आ रहे हैं.
पार्क के सहायक वन संरक्षक केके व्यास ने बताया कि वैश्विक महामारी के चलते लोग पार्क में घूमने काफी कम आ रहे हैं. पहले 1 साल का रेवेन्यू लगभग एक करोड़ रुपए के आस-पास हो जाता था. इस वर्ष पर्यटकों की कमी से रेवेन्यू ना के बराबर हो गया है. जिससे काफी नुकसान देखने को मिला है. सहायक वन संरक्षक ने बताया कि जोधपुर माचिया बायोलॉजिकल पार्क के लिए एक राहत भरी खबर यह भी है कि वहां आने वाले दर्शक सहित एक भी अधिकारी या कर्मचारी अभी तक कोरोना की चपेट में नहीं आया है.
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पार्क में कोरोना गाइड लाइन का सख्ती से पालन किया जा रहा है. आने वाले सभी विजिटर्स को मुख्य द्वार में बॉडी टेंपरेचर चेक करने के बाद ही प्रवेश दिया जाता है. साथ ही समय-समय पर अलग-अलग जगहों पर उनके हाथों को सैनिटाइज भी करवाया जा रहा है.
सहायक वन संरक्षक ने बताया कि दर्शकों की कमी के चलते यहां काम करने वाले अन्य लोगों के रोजगार भी बंद हो गए हैं. माचिया बायोलॉजिकल पार्क के अंदर चलने वाला कैफेटेरिया भी बंद हो चुका है. साथ ही बायोलॉजिकल पार्क के बाहर की तरफ लगने वाली पार्किंग भी अब बंद है. पर्यटकों और दर्शकों के नहीं आने के चलते उनका संचालन करना पूरी तरह से मुश्किल हो रहा था.
पार्क के अधिकारियों के अनुसार एक बार फिर से जोधपुर में पर्यटकों का आवागमन शुरू हुआ है. आस-पास के राज्यों से पर्यटक जोधपुर पहुंच रहे हैं. ऐसे में एक बार फिर से माचिया बायोलॉजिकल पार्क की तरफ उनका रुख होने की उम्मीद है.