जोधपुर. राजस्थान हाईकोर्ट के नए भवन में जाने से पहले सोमवार को पुराने भवन में फेयरवेल पार्टी का आयोजन किया गया. जिसमें राजस्थान हाईकोर्ट के सभी 21 न्यायाधीश पहुंचे और उन्होंने वहां वकीलों के साथ चर्चा की और फोटो खिंचवाई. भवन के उस गलियारे में जाकर भी एक दूसरे से मुलाकात की, जहां वे बरसों से काम कर रहे थे.
इस मौके पर मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत महान्ति ने कहा, कि मध्यस्थता के प्रयास बहुत जरूरी हैं. रविवार को हुई बैठक में तय किया गया है, कि नए साल से नया वाद दायर करने से पहले मध्यस्थता का प्रस्ताव भी रखा जाएगा. जिससे दोनों पक्षों के वकील मध्यस्थता कक्ष में बैठकर प्रयास करेंगे, कि वाद दायर नहीं हो. आवश्यकता पड़ने पर जज भी इसमें शामिल होंगे. ये पूरी तरह से ऐच्छिक होगा. लेकिन सभी वकीलों से प्रार्थना है, कि वे इसे बढ़ावा जरूर दें.
मुख्य न्यायाधीश ने बताया कि राष्ट्रपति महोदय ने कहा था, कि हाईकोर्ट के फैसले हिंदी सहित दूसरी भाषा में भी जारी होना चाहिए. हम इसकी पालना भी कर रहे हैं. इसको लेकर हमारी देश के मुख्य न्यायाधीश से बात हुई है. उन्होंने हमें जनवरी तक नया सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराने की बात कही है. फरवरी से हमारा प्रयास होगा, कि राजस्थान हाईकोर्ट में सभी फैसले हिंदी सहित दूसरी भाषा में जारी होना शुरू हो जाएं.
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फेयरवेल पार्टी में मुख्य न्यायाधीश ने सभी अधिवक्ताओं के साथ बहुत विनम्रता से फोटो खिंचवाई और उनसे मुलाकात की. खास बात ये रही, कि उन्हें विदाई के लिए पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया तो उसके बाद उन्होंने गार्ड ऑफ ऑनर देने वाली पूरी टुकड़ी के साथ फोटो खिंचवाई और सभी से हाथ भी मिलाया. इसके बाद सभी जजों का काफिला नए भवन की ओर रवाना हुआ.