लूणी (जोधपुर). एक तरफ पूरा प्रदेश कोरोना महामारी से जूझ रहा है. वहीं जोधपुर शहर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इन दिनों मरीजों के साथ आने वाले परिजनों को पानी, टॉयलेट और बैठने की मूलभूत सुविधा नहीं मिल रही है. जिससे लोग परेशान हैं.
AIIMS में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं होने से यहां कि व्यवस्था पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. वहीं भोपालगढ़ से आए लोगों का कहना है कि इतनी दूर-दराज से आने के बावजूद भी इतने बड़े अस्पताल में पानी की सुविधा नहीं है. ऐसे में हमें पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है. मरीज के परिजनों का कहना है कि अन्य ढाबों पर जाकर के 1 लीटर पानी के बोतल के 25 रुपए देने पड़ रहे हैं. वे लोग मजबूरी का फायदा उठाकर MRP से भी ज्यादा दाम वसूल रहे हैं.
यह भी पढ़ें. Reality Check: न दवा न जांच...होम आइसोलेशन को लेकर सामने आए चौंकाने वाले खुलासे
वहीं जालोर जिले से आए एक युवक का कहना है कि मरीज को भर्ती करवाने के बाद मुख्य गेट के बाहर खड़ा होना पड़ रहा है. कोई सुविधा नहीं होने से हम परेशान हो रहे हैं. एम्स के सुरक्षाकर्मियों का कहना है कि पानी और टॉयलेट को लेकर काफी लोग यहां परेशान हैं.
यह भी पढ़ें. COVID-19: प्रदेश में 9 मौतें और 365 नए मामले, कुल आंकड़ा 40 हजार के पार
अस्पताल के मुख्य गेट 3 पर पानी की प्याऊ खोली गई लेकिन वहां पर मटके में एक भी बूंद पानी भी नहीं है. प्याऊ के आसपास बबूल की झाड़ियां उग गई है. जिससे आसपास ढेर सारी गंदगी भी पड़ी हुई है. सुरक्षाकर्मियों का कहना है कि इस संबंध में एम्स के अधिकारियों को अवगत कराया था. इसके बावजूद भी कोई प्रबंध नहीं हो पाया है.