फलोदी (जोधपुर). जिले के फलोदी शहर के कुम्हारों का बास वार्ड नंबर 4 में स्थित एक ई-मित्र संचालक ने जन्मतिथि में हेरफेर कर कम उम्र युवा महिला की मुख्यमंत्री वृद्धावस्था पेंशन स्वीकृत करवाने का एक मामला सामने आया.
फलोदी एसडीएम यशपाल आहुजा ने कार्रवाई करते हुए ई-मित्र संचालक पर एक हजार रूपए का जुर्माना लगाकर ई-मित्र को एक माह के लिए ब्लैक लिस्टेड कर दिया. महिला की ओर से लिखित में माफी मांगने पर उसका वृद्धावस्था पेंशन का आदेश निरस्त कर दिया गया.
वृद्धावस्था पेंशन के मामलों की रेंडमली जांच के दौरान ये मामला सामने आया. भामाशाह कार्ड में चन्द्रशेखर कॉलोनी फलोदी निवासी महिला की जन्मतिथि 1 जनवरी 1958 लिखी हुई थी, जबकि उसके पति की जन्म तिथि 20 दिसंबर 1984 लिखी थी. इस पर दोनों से पूछताछ की गई.
महिला का कहना था कि वो तो ई-मित्र के शिविर में जन आधार कार्ड बनवाने गई थी तब मेरा आधार कार्ड देख कर ई-मित्र संचालक ने कहा कि आधार कार्ड में जन्मतिथि अधिक लिखी है, मैं आपकी पेंशन स्वीकृत करवा सकता हूं. तब मैँने कागजात दे दिए और बाद में उसकी पेंशन स्वीकृत भी हो गई, लेकिन अभी तक कोई पेंशन नहीं आई है.
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इसी में उसने स्वीकृत पेंशन बंद करवाने का भी आग्रह किया. जिस पर उसकी पेंशन बंद करने की तत्काल कार्रवाई की गई. इसके अलावा एसडीएम यशपाल आहुजा ने ई-मित्र संचालक राजेन्द्र कुमार पर एक हजार रूपए जुर्माना लगाया और एक माह के लिए ई-मित्र ब्लैक लिस्टेड करने का आदेश जारी किया.