ETV Bharat / state

जोधपुर सेंट्रल जेल में पुलिस का छापा, मिला अफीम, चाकू और मोबाइल

पुलिस ने जोधपुर सेंट्रल जेल पर छापामार कार्रवाई की. छापे में मिले सामान से पुलिस प्रशासन हैरान रह गया. कैदियों के बैरक से अफीम, मोबाइल और अन्य प्रतिबंधित सामान मिले है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Mar 10, 2023, 7:53 AM IST

जोधपुर. देश की सुरक्षित जेलों की श्रेणी में मशहूर जोधपुर की सेंट्रल जेल में पुलिस का पड़ा छापा. छापे में कोई तरह की कोताही न हो इसलिए पुलिस प्र्शासन ने सौ से ज्यादा पुलिसकर्मियों के साथ जेल पर मारा छापा. तलाशी के दौरान मिले सामान की बरामदगी से पुलिस प्रशासन के होश उड गए. वहां पर अफीम, मोबाइल, हीटर स्प्रींग, चाकू नूमा धारदार हथियार लोहे की पत्तियां बरामद हुई है.

एडीसीपी नाजिम अली ने बताया कि उन्हें सूत्रों ने बताया था कि जोधपुर सेंट्रल जेल में अपराधियों को मौज हो रखी है. इसी कड़ी में संघन तलाशी अभियान चलाया गया. इस दौरान प्रतिबंधित सामग्री मिली. जिसमें दो स्मार्टफोन, मोबाइल, दो चार्जर, तीन डाटा केबल, पांच धारदार लोहे की पत्तियां, तीन हीटर स्प्रींग और अवैध मादक पदार्थ अफीम मिला. इसी दौरान कैदी सुरेश पुत्र किशनराम विश्नोई के पास से जियो कंपनी का मोबाइल सिमकार्ड भी मिला. इसके अलाव अन्य सामग्री लावारिश पड़ा मिला. पुलिस की टीम में नार्थ एसडीएम नीरज मिश्र, जेल अधीक्षक राजपाल सिंह, एसीपी प्रेम धनदे, देवरार सिंह, लाभूराम और आयुक्तालय जोधपुर के 12 थानाधिकारियों के साथ कई पुलिस कर्मियों ने जेल की सघन तलाशी ली.

पढ़ें: कारागृह में धर्म परिवर्तन के लिए दबाव का मामला, प्रशासन का दावा - विचाराधीन बंदी सुभाष कुमार के आरोप बेबुनियाद

बीते साल रेत से भरे ट्रैक्टर में मिले थे 10 मोबाइल

बता दें कि अगस्त 2022 में जेल में मरम्मत का कार्य चल रहा था. इस दौरान रेत बजरी के ट्रैक्टर का आवागमन हो रहा था. जब ट्रैक्टर से बजरी खाली हो रही थी तब मोबाइल और इयर फोन बरामद हुए थे. दरअसल, सुरक्षा के कारणों से सामान के आवागमन के दौरान प्रवेश और निकासी सामान की लोडिंग और अनलोडिंग पुलिस की मौजूदगी में की जाती है. इसी वजह से बजरी से 10 मोबाइल और 20 इयर फोन बरामद हुए. उसके बाद ट्रैक्टर चालक को गिरफ्तार किया गया. जांच में कैदी और जेल कर्मियों के मिलीभगत का खुलासा हुआ.

पहले भी हुआ था खुलासा : तकरीबन 30 महीने पहले जोधपुर जेल में कर्मचारियों की मिलीभगत से ठेकेदार के माध्यम से रशद के सामान के अंदर छूपाकर मोबाइल भेजे गए थे. उस दौरान जांच में सारी मिलीभगत की घटना का जेल में लगे सीसीटीवी कैमरा में कैद हो गया था. उस खुलासे के बाद जेलर समेत कुछ दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई थी.

जोधपुर. देश की सुरक्षित जेलों की श्रेणी में मशहूर जोधपुर की सेंट्रल जेल में पुलिस का पड़ा छापा. छापे में कोई तरह की कोताही न हो इसलिए पुलिस प्र्शासन ने सौ से ज्यादा पुलिसकर्मियों के साथ जेल पर मारा छापा. तलाशी के दौरान मिले सामान की बरामदगी से पुलिस प्रशासन के होश उड गए. वहां पर अफीम, मोबाइल, हीटर स्प्रींग, चाकू नूमा धारदार हथियार लोहे की पत्तियां बरामद हुई है.

एडीसीपी नाजिम अली ने बताया कि उन्हें सूत्रों ने बताया था कि जोधपुर सेंट्रल जेल में अपराधियों को मौज हो रखी है. इसी कड़ी में संघन तलाशी अभियान चलाया गया. इस दौरान प्रतिबंधित सामग्री मिली. जिसमें दो स्मार्टफोन, मोबाइल, दो चार्जर, तीन डाटा केबल, पांच धारदार लोहे की पत्तियां, तीन हीटर स्प्रींग और अवैध मादक पदार्थ अफीम मिला. इसी दौरान कैदी सुरेश पुत्र किशनराम विश्नोई के पास से जियो कंपनी का मोबाइल सिमकार्ड भी मिला. इसके अलाव अन्य सामग्री लावारिश पड़ा मिला. पुलिस की टीम में नार्थ एसडीएम नीरज मिश्र, जेल अधीक्षक राजपाल सिंह, एसीपी प्रेम धनदे, देवरार सिंह, लाभूराम और आयुक्तालय जोधपुर के 12 थानाधिकारियों के साथ कई पुलिस कर्मियों ने जेल की सघन तलाशी ली.

पढ़ें: कारागृह में धर्म परिवर्तन के लिए दबाव का मामला, प्रशासन का दावा - विचाराधीन बंदी सुभाष कुमार के आरोप बेबुनियाद

बीते साल रेत से भरे ट्रैक्टर में मिले थे 10 मोबाइल

बता दें कि अगस्त 2022 में जेल में मरम्मत का कार्य चल रहा था. इस दौरान रेत बजरी के ट्रैक्टर का आवागमन हो रहा था. जब ट्रैक्टर से बजरी खाली हो रही थी तब मोबाइल और इयर फोन बरामद हुए थे. दरअसल, सुरक्षा के कारणों से सामान के आवागमन के दौरान प्रवेश और निकासी सामान की लोडिंग और अनलोडिंग पुलिस की मौजूदगी में की जाती है. इसी वजह से बजरी से 10 मोबाइल और 20 इयर फोन बरामद हुए. उसके बाद ट्रैक्टर चालक को गिरफ्तार किया गया. जांच में कैदी और जेल कर्मियों के मिलीभगत का खुलासा हुआ.

पहले भी हुआ था खुलासा : तकरीबन 30 महीने पहले जोधपुर जेल में कर्मचारियों की मिलीभगत से ठेकेदार के माध्यम से रशद के सामान के अंदर छूपाकर मोबाइल भेजे गए थे. उस दौरान जांच में सारी मिलीभगत की घटना का जेल में लगे सीसीटीवी कैमरा में कैद हो गया था. उस खुलासे के बाद जेलर समेत कुछ दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई थी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.