जोधपुर. बाल विवाह पर रोक और निरस्तीकरण की मुहिम में जुटी जोधपुर के सारथी ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी एवं पुनर्वास मनोवैज्ञानिक डाॅ. कृति भारती को जेनेवा में ग्लोबल यूथ ह्यूमन राइट्स चैंपियन अवार्ड (Global Youth Human Rights Champion Award) से नवाजा गया. अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर जेनेवा सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स एंड ग्लोबल डायलॉग ने प्रोग्राम में विश्व भर से तीन एक्टिविस्ट को अवार्ड देने की घोषणा की. इसमें भारत से एक मात्र चाइल्ड मैरिज एक्टिविस्ट डॉ. कृति भारती को (Dr Kriti Bharti honored in Geneva) सम्मानित किया गया. डॉ. कृति ने प्रोग्राम ऑनलाइन अटेंड कर अवार्ड प्राप्त किया. पहली बार किसी भारतीय एक्टिविस्ट को इस अवार्ड से नवाजा गया है.
स्विट्जरलैंड के जेनेवा स्थित अन्तरराष्ट्रीय संगठन जेनेवा सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स एंड ग्लोबल डायलॉग ने विश्व भर के सैंकडों एक्टिविस्ट में से विभिन्न मापदंडों पर आठ ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स को चुना था. अंतिम तौर पर जूरी ने विश्व की तीन शख्सियतों को ग्लोबल यूथ ह्यूमन राइट्स अवार्ड 2022 के लिए चुना जिसमें भारत से बाल विवाह रोकने की मुहिम के लिए वर्ल्ड टॉप टेन एक्टिविस्ट और बीबीसी हिंदी की 100 प्रेरणादायी महिलाओं की सूची में शामिल डॉ. कृति भारती को अवार्ड के लिए चुना गया. डॉ. कृति के साथ ही पेरू के एक्टिविस्ट जोस क्विजकल और केन्या के स्टेसी डिना ओविनो को अवॉर्ड दिया गया.
डॉ. कृति के मुहिम की सराहना
अवॉर्ड सेरिमनी में डॉ. कृति भारती के बाल विवाह रोकथाम और निरस्तीकरण मुहिम की अतिथियों ने भरसक सराहना की. कार्यक्रम में जेनेवा सेंटर एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. यू. पालवंकर, बॉम चेयरमैन एंबेसेडर गाज़ी जोमा, वॉर अफेक्टेड फाउंडेशन के धर्मदासा, जूरी मेंबर यूएन रिसर्च इंस्टीट्यूट के सैय्यद माओसूमी, एक्टिविस्ट विशाखा धर्मदासा, केन्या के एलेक्स अयूब सहित जेनेवा के जनप्रतिनिधि और अंतरराष्ट्रीय नामचीन शख्सियतें मौजूद थीं.
डॉ. कृति ने किया बाल विवाह, कुप्रथा मिटाने का आह्वान
अवॉर्ड सेरिमनी में ऑनलाइन शामिल होकर डाॅ. कृति ने विश्व स्तर पर समेकित प्रयासों से बाल विवाह की कुप्रथा को मिटाने के लिए सभी से अपील की. उन्होंने कहा कि उनका ख्वाब है कि एक दिन बाल विवाह सिर्फ किताबों में नजर आए.
बाल विवाह निरस्त की साहसिक मुहिम
डाॅ. कृति भारती ने देश का पहला बाल विवाह निरस्त करवाकर अनूठी पहल की थी. डाॅ. कृति ने अब तक 47 जोड़ों के बाल विवाह निरस्त करवाए और हजारों बाल विवाह रुकवाए हैं. बाल विवाह के खिलाफ उनकी मुहिम के अलग-अलग कार्यों को 7 अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है. सीबीएसई बोर्ड ने भी अपने पाठ्यक्रम में डॉ. कृति की मुहिम को शामिल किया है. कई राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय सम्मान से उनको नवाजा जा चुका है.