जोधपुर. प्रदेश के दूसरे बड़े शहर जोधपुर में नगर निगम के चुनाव नंवबर में होने है. ऐसे में इस चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी है और वार्ड आरक्षण की लॉटरी भी हो गई है. इस बीच भाजपा शासित जोधपुर नगर निगम ने पूरे शहर में घर-घर कचरा संग्रहण योजना को लेकर सभी 65 वार्डों में लागू कर दिया गया है. यह योजना करीब तीन महीने में पूरा हुआ है. इससे पहले कांग्रेस के दो बोर्ड में भी यह व्यवस्था लागू करने के लिए दो बार प्रयास किए गए थे, लेकिन योजना सफल नहीं हो सकी. लंबे समय बाद भाजपा के बोर्ड ने इसे लागू करने में सफलता हासिल कर की है.
नगर निगम के महपौर घनश्याम ओझा ने कहा कि यह एक बड़ा एतिहासिक कार्य है. सफाई और रोशनी व्यवस्था हमारी महत्वपूर्ण जिम्मेवारी है. जिसे भाजपा के बोर्ड ने सफलता से लागू किया है. हालांकि ओझा ने यह भी कहा कि व्यवस्था पूरे शहर में अभी तक लागू नहीं हूई है. अभी करीब 80 फीसदी घरों तक इसकी पहुंच बनी है. बाकी बचे बीस फीसदी घरों तक यह सुविधा दो महाने के अंदर पहुंच जाएगी.
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महापौर ने यह दावा किया हमने जो कार्य किए हैं, उसको लेकर विश्वास है कि भाजपा दुबारा निगम की सत्ता में आएगी. लेकिन उन्होंने यह भी इसारों में कहा कि प्रदेश सरकार बदलने के बाद से अधिकारी उनके इशारे पर काम कर रहे हैं. हमने पूरे काल में बिना भेद भाव के काम किया है. लेकिन अब अधिकारी कांग्रेस के इशारे पर काम कर रहे हैं. इसको लेकर मैंने आपत्ति भी जताई है.
गौरतलब है कि जोधपुर नगर निगम पर अधिकतर कब्जा कांग्रेस का ही रहा है. भाजपा से घनश्याम ओझा को दो दशकों के बाद महपौर बनाने का मौका मिला था. बता दें कि भाजपा 65 वार्डों में 39 सीटों से जीत हासिल की थी. लेकिन इस बार सरकार ने परिसीमन कर वार्डों की संख्या 100 कर दी है और महापौर का चुनाव एक बार फिर सीधे कराने का निर्णय लिया है.